सहरसा/बेगूसराय/सीतामढ़ी: तीन जिलों में छठ से एक दिन पूर्व मंगलवार को घाट की सफाई करने गये नौ बच्चों की डूबने से मौत हो गयी. इनमें से छह की मौत सहरसा में, जबकि बेगूसराय में दो और सीतामढ़ी में एक बच्चे की मौत हुई है.
सहरसा शहर के बटराहा मुहल्ले के राम टोला व शर्मा टोला के पांच और लोको शेड रेलवे कॉलोनी का एक बच्च सुबह घर से कुदाल, बाल्टी व झाड़ू लेकर घाट की सफाई के लिए निकला. भारतीय नगर से थोड़ी दूर विनीत पेट्रोल पंप के पीछे निजी तालाब में घाट पर थोड़ी बहुत सफाई के बाद सभी पानी में नहाने उतर पड़े.
तालाब में कहीं-कहीं बहुत गहराई थी और नीचे की जमीन चिकनी थी. किनारे से थोड़ी दूर जाते ही अचानक चार बच्चों के पांव फिसले और वे गहरे पानी में चले गये. किसी को तैरना नहीं आता था. उन्हें डूबता देख दो अन्य बच्चे भी बचाने के लिए पानी में गये, लेकिन वे भी डूब गये. पंप के कर्मियों सहित आसपास के लोग दौड़े. पंप कर्मी बीरबल कुमार झा ने तालाब से बच्चों को बाहर निकाला. लेकिन, तक तक सभी की मौत हो चुकी थी. सभी 10 से 15 वर्ष तक के थे.
सभी बच्चे 10 से 15 साल के
ढाई लाख रुपये मुआवजा
सहरसा में मृत बच्चों के परिजनों को डीएम शशिभूषण कुमार ने डेढ़-डेढ़ लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की. इसके बाद स्थानीय विधायक ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से फोन पर बात कर मुआवजे की राशि बढ़ाये जाने की मांग की, जिसे मुख्यमंत्री मांझी ने स्वीकार करते राशि को बढ़ा कर ढाई लाख करने का निर्देश डीएम को दिया.