Advertisement
डॉक्टर नहीं, सिस्टम के खिलाफ लड़ाई : पप्पू
सहरसा : सहरसा के पटेल मैदान में सोमवार को आयोजित जन अदालत रैली में हजारों की भीड़ से स्थानीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सीधा संवाद किया. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई डॉक्टरों नहीं, सिस्टम के खिलाफ है. जब सुप्रीम कोर्ट ने नर्सिग होम एक्ट लागू करने का निर्णय सुना दिया है, तो […]
सहरसा : सहरसा के पटेल मैदान में सोमवार को आयोजित जन अदालत रैली में हजारों की भीड़ से स्थानीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने सीधा संवाद किया. उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई डॉक्टरों नहीं, सिस्टम के खिलाफ है.
जब सुप्रीम कोर्ट ने नर्सिग होम एक्ट लागू करने का निर्णय सुना दिया है, तो सरकार इसे लागू क्यों नहीं कर रहीहै. गरीबों की लड़ाई लड़ने वाले लालू, नीतीश व मुख्यमंत्री मांझी खुद को बेबस क्यों महसूस कर रहे हैं.
जब तक फर्जी डॉक्टर, पैथोलॉजीस्ट पर कार्रवाई नहीं होती, नर्सिग होम एक्ट लागू नहीं होता व गरीबों का शोषण बंद नहीं होता, यह लड़ाई जारी रहेगी.
डॉक्टर नहीं उनके यहां जानेवाले रोगी भगवान : श्री यादव ने कहा कि यह भारत का संविधान व कानून कहता है कि अगर कोई फीस लेता है, तो उसको स्लिप देना होगा.
आइएमए कहता है कि एक दिन में 20 से ज्यादा रोगी को नहीं देखना है, एक मरीज पर कम से कम आधा घंटा समय देना है, लेकिन यहां तो आधे घंटे में सौ मरीजों को देख लिया जाता है.
उन्होंने कहा कि अगर आप दिन में 100 मरीजों को देखते हैं, तो 20 गरीब मरीजों को नि:शुल्क देखना ही होगा. डॉक्टर भगवान नहीं है, उनके यहां जाने वाला रोगी भगवान है. क्योंकि जो लेता है वह नहीं, देने वाला भगवान होता है.
मुङो छह महीने का प्रभार दें : सरकारी अस्पताल के मुद्दे पर उन्होंने सीएम से पूछा कि एक ही पढ़ाई व सिलेबस पढ़ कर बना डॉक्टर निजी नर्सिग होम में तो इलाज कर देता है, लेकिन सरकारी अस्पताल में नहीं. भगवान से ज्यादा ताकत सीएम में होती है. वह सिस्टम को बदल सकते हैं. अगर ऐसा नहीं है तो मुङो छह महीने तक अस्पताल का भार दें और देखें कैसे सारी व्यवस्था व गरीब मरीजों का बेहतर इलाज होता है.
उन्होंने बेईमान जनप्रतिनिधि व घूसखोर अधिकारियों के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए कहा कि बेईमानों से मत डरिये. जो जनप्रतिनिधि आपको लूटता है, जाति, धर्म की राजनीति करता है व जो सीओ, बीडीओ या थानेदार आपका शोषण करता हो, उसका हुक्का-पानी बंद कर दीजिये.
कोसी नहीं पूरे बिहार की लड़ाई : रंजीत
निजी स्कूल की मनमर्जी के खिलाफ उन्होंने कहा कि अब से अगर निजी स्कूलवालों ने 25 प्रतिशत गरीब बच्चों का नामांकन नहीं किया, तो युवा शक्ति के कार्यकर्ता ऐसे स्कूलों को नहीं चलने देंगे. जन अदालत में उमड़ी भीड़ को संबोधित करती सुपौल की सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि यह कोसी नहीं पूरे बिहार की लड़ाई है.
नवंबर में संसद सत्र के शुरू होने पर इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया जायेगा. राजद जिलाध्यक्ष मो ताहिर के संचालन में आयोजित कार्यक्रम को समस्तीपुर से आये विधायक अशोक बुल्गारिया, किशनगंज के विधायक अशफाक आलम, शाहाबाद के विधायक दिनेश यादव सहित अन्य ने भी संबोधित किया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement