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जनहित एक्सप्रेस के स्लीपर और एसी कोच बेपानी

शिकायत के बावजूद बरौनी जंक्शन पर नहीं भरा गया पानी बिना पानी के ही सहरसा से पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंची मंगलवार को जनहित एक्सप्रेस एसी के कोच अटेंडेंट ने बरौनी जंक्शन पर पानी भरने के लिए किया था कंप्लेन सहरसा जंक्शन पर खुलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में इमरजेंसी के लिए ही भरा जाता है […]

  • शिकायत के बावजूद बरौनी जंक्शन पर नहीं भरा गया पानी
  • बिना पानी के ही सहरसा से पाटलिपुत्र जंक्शन पहुंची मंगलवार को जनहित एक्सप्रेस
  • एसी के कोच अटेंडेंट ने बरौनी जंक्शन पर पानी भरने के लिए किया था कंप्लेन
  • सहरसा जंक्शन पर खुलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में इमरजेंसी के लिए ही भरा जाता है मात्र पानी
  • बरौनी जंक्शन पर सहरसा से आने वाली ट्रेनों के कोच में भरा जाता है पानी
  • सहरसा जंक्शन पर पानी में 60 प्रतिशत आयरन होने की वजह से कोच में सिर्फ इमरजेंसी के लिए ही भरा जाता है पानी

सहरसा :भले ही सहरसा जंक्शन का मॉडल श्रेणी स्टेशन की श्रेणियों में गिनती होने लगी हो, लेकिन यात्री सुविधाओं में फिसड्डी साबित हो रहा है. सहरसा जंक्शन से अधिकांश लंबी दूरी की खुलने वाले ट्रेनों के कोच में पानी नहीं रहने की शिकायतें मिलती रहती है. सोमवार को भी कुछ यही हाल रहा. सहरसा जंक्शन से खुलने वाली जनहित एक्सप्रेस के एसी, स्लीपर और सामान्य कोच में मात्र इमरजेंसी के लिए ही सहरसा जंक्शन पर पानी भरा गया.

ट्रेन खुलते ही कोच में अधिक यात्रियों की भीड़ से खगड़िया तक कोच में पानी समाप्त हो गया. एसी कोच के अटेंडेंट ने यात्रियों की शिकायत पर बरौनी जंक्शन पहुंचने पर पानी भरने के लिए कहा. बरौनी जंक्शन पर 15 मिनट तक ट्रेन खड़ी रही. लेकिन यात्रियों की बार-बार शिकायत के बावजूद पानी नहीं भरा गया.
बरौनी जंक्शन से पाटलिपुत्र तक जनहित एक्सप्रेस के यात्री बिना पानी के छटपटाते रहे. शौचालय में पानी नहीं होने से यात्रियों को सबसे बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा. जनहित एक्सप्रेस में 4 एसी कोच और 7 स्लीपर कोच लगाये गये थे. लेकिन किसी कोच में पानी की बूंद नहीं थी. यात्रियों ने जैसे-तैसे पानी की बोतल खरीद कर काम चलाया. सहरसा से पाटलिपुत्र जंक्शन तक सफर कर रहे एक यात्री जिसका पीएनआर नंबर 6635961002 है, ने कोच में पानी नहीं होने की शिकायत दर्ज करायी.
बरौनी जंक्शन पर भरा जाता है पानी: सहरसा जंक्शन से अधिकांश खुलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों में बरौनी जंक्शन पर पानी फुल किया जाता है. उस पर रेल अधिकारी इसका जवाब यह देते हैं कि सहरसा के पानी में आयरन की मात्रा अधिक है. इस वजह से गरीब रथ, जनहित एक्सप्रेस सहित अन्य लंबी दूरी की ट्रेनों में सहरसा जंक्शन पर सिर्फ इमरजेंसी उपयोग के लिए पानी भरा जाता है.
बरौनी जंक्शन पहुंचने पर ट्रेनों के कोच में पानी फुल किया जाता है. लेकिन सोमवार को जब जनहित एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन पहुंची तो शिकायतों के बावजूद कोच में पानी नहीं भरा गया. ऐसा कई ट्रेनों में किया जाता है. बरौनी के रेल अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन के लोड अधिक होने की वजह से सहरसा जंक्शन के अधिकांश ट्रेनों में पानी नहीं भरा जा सकता है.
गरीब रथ एक्सप्रेस में पानी नहीं मिलने की मिलती है शिकायतें : अमृतसर से सहरसा आने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस में अक्सर यात्री को शिकायत रहती है कि सहरसा और अमृतसर से खुलने के बाद कोच में पानी नहीं रहता है.
दरअसल अमृतसर से खुलने के बाद गरीब रथ में नयी दिल्ली में पानी भरा जाता है. लेकिन नयी दिल्ली रेल मंडल के अधिकारियों ने समस्तीपुर रेल मंडल को यह स्पष्ट कर दिया कि नयी दिल्ली स्टेशन पर ट्रेन का लोड अधिक है. इसलिए गरीब रथ के कोच में पानी भरना संभव नहीं है.
वहीं सहरसा से खुलने के बाद गरीब रथ के कोच में बरौनी जंक्शन पर पानी फुल किया जाता है. लेकिन कई बार कोच में पानी नहीं भरा जाता है. बरौनी रेल प्रशासन का कहना है कि बरौनी जंक्शन पर ट्रेन का लोड अधिक है. ऐसे में एक ट्रेन में पानी भरने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है. दूसरी ट्रेनें विलंब ना हो जाए इसलिए कोच के टंकी को फूल नहीं किया जाता.
सोमवार की रात जनहित एक्सप्रेस से सफर करने वाले यात्री नवीन, आशीष, धीरज और रोहित का कहना है कि सोमवार को जब सहरसा से पाटलिपुत्र के लिए जनहित एक्सप्रेस खुली तो स्लीपर कोच के एस 1, एस 2, एस 3, एस 4 के किसी कोच में पानी नहीं था. जबकि इसकी शिकायत टीटीई को भी की गयी. टीटीई ने भरोसा दिलाया कि बरौनी जंक्शन में शौचालय में पानी आ जायेगा. लेकिन बरौनी जंक्शन से खुलने के बाद भी कोच में पानी नहीं आया.

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