सहरसा : बिहार के सहरसा में हरियाणवी भाषा बोलना इंटरमीडिएट के एक परीक्षार्थी को काफी मंहगा पड़ा. गुरुवार को जांच के दौरान अधिकारी ने इसे अपना अपमान समझ लिया. उस अधिकारी के साथ मौजूद गार्ड ने उसकी जमकर पिटायी कर दी. छात्र को इतना पीटा गया कि उसके शरीर पर जगह-जगह जख्म उभर गये हैं. जबकि, उस परीक्षार्थी के पास न तो किसी तरह का चिट, पूर्जा पाया गया और न ही उस पर फर्जी छात्र का ही कोई आरोप था.
पूछताछ व पिटायी के कारण उस परीक्षार्थी का लगभग आधे घंटे का समय बर्बाद हुआ. जिसकी भरपाई के लिये उसे अलग से आधे घंटे का अतिरिक्त समय भी दिया गया. मजिस्ट्रेट की निगरानी में छात्र ने कराहते हुए परीक्षा दी. पीड़ित छात्र सत्यम कुमार पार्वती ब्रह्मदेव फुलो सिंह सीनियर सेकेंड्री स्कूल पटुआहा के विज्ञान विषय का छात्र है. अन्य दिनों की तरह गुरुवार को वह नियत समय पर परीक्षा देने इवनिंग कालेज परीक्षा केंद्र पहुंचा व पहली पाली में हिंदी विषय की परीक्षा दे रहा था.
जांच के दौरान अधिकारी ने उसके जैकेट पहने होने पर आपत्ति जतायी. जिस पर उक्त छात्र ने अपने हरियाणवी भाषा में आप की जगह तुम का प्रयोग किया. जो अधिकारी पर नागवार गुजरा. मौके पर मौजूद अधिकारी के गार्ड ने उसकी वहीं से पिटायी करनी शुरू कर दी. पीटते-पीटते नीचे लाया गया. वहां भी पुलिस ने उस पर अपनी भड़ास निकाली.
पीड़ित छात्र ने बताया कि वह अपनी बेगुनाही की बात कहता रहा, लेकिन गार्ड ने उसे परीक्षा के दौरान दो मंजिले के कमरे से उठाकर नीचे लाया एवं नीचे के कमरे में भी जमकर पिटायी की गयी. उन्होंने बताया कि सभी जांच से संतुष्ट होने के बाद व्यवधान के आधे घंटे का समय तो अतिरिक्त दिया गया. लेकिन पिटाई व भय के कारण वह ठीक से परीक्षा नहीं दे सका. पीड़ित ने अपने बांये हाथ पर पड़े जख्म को दिखाते कहा कि इस पीड़ा में परीक्षा देना कहीं से संभव नहीं था. उन्होंने बताया कि आगे भी अभी कुछ विषय की परीक्षा बाकी है. सत्यम ने कहा कि हरियाणा में अपने अभिभावक के साथ बचपन से रहने के कारण उसकी भाषा ही ऐसी है.
अधिकारी ने कहा जांच के दौरान किया अभद्र व्यवहार
इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान छात्र के साथ की गयी मारपीट को लेकर उड़न दस्ता अधिकारी सह डीडीसी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह का कोई मामला नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्वती ब्रह्मदेव फूलो सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल पटुआहा का छात्र सत्यम कुमार जांच के दौरान वीक्षक, तैनात मजिस्ट्रेट एवं केंद्राधीक्षक के साथ अभद्र व्यवहार कर रहा था. जिसकी सूचना मिलने पर उन्होंने उक्त छात्र सत्यम कुमार से जानकारी लेनी चाही. लेकिन, छात्र किसी भी तरह का जानकारी देने से मुकर गया.
उन्होंने कहा कि उक्त छात्र के एडमिट कार्ड पर लगा फोटो एवं सिग्नेचर भी नहीं मिल रहा है. जिस कारण परेशानी बढ़ी हुई थी. उन्होंने बताया कि छात्र से उसके अभिभावक का मोबाइल नंबर या फिर आधार कार्ड वगैरह की मांग की गयी लेकिन छात्र द्वारा किसी तरह की जानकारी नहीं दी गयी. उन्होंने कहा कि पार्वती ब्रह्मदेव फूलों सिंह विद्यालय से पहले भी दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जा चुके हैं. इस छात्र पर भी फर्जी होने का पूरी तरह आशंका है. उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी पूरी तरह दबंगई पर उतरा था एवं जांच में किसी तरह का सहयोग नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि परीक्षार्थी के साथ किसी तरह की मारपीट नहीं की गयी है.