नवहट्टा (सहरसा) : शाहपुर गांव में मुंडन के भोज का उमंग व उत्साह पल भर में गम में बदल गया. खुशी के गीत चीख-पुकार में बदल गये. जिस चार वर्ष की बच्ची का मुंडन था, आयोजन शुरू होने से पहले पोखर में डूबने से उसकी मौत हो गयी.
गांव के लालो मुखिया की चार वर्षीया बेटी का मुंडन सोमवार को होना था. घर में तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. परिवार के सगे-संबंधी दूर-दराज से आये हुए थे.
यज्ञोपवीत संस्कार कर घर में विधि-विधान के गीत चल रहे थे. मुंडन पर भोज आयोजित था. गांव के लोग भोज में जाने की तैयारी कर रहे थे. इसी बीच उस छोटी बच्ची की मौत की खबर आ गयी. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, घर के लोग तैयारी में व्यस्त थे.
इसी बीच दोपहर में बच्ची खेलते-खेलते घर के निकट स्थित पोखर के पास चली गयी, जहां बच्ची का पांव फिसल जाने से तालाब में डूब गयी. दो घंटे के बाद उधर से गुजर रहे लोगों की नजर पानी के ऊपर तैरते बच्ची के शव पर पड़ी.
और लोगों ने लालो के घर यह जानकारी भेजी. आनन-फानन में शव को बाहर निकाला गया. मौत की खबर सुनते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गयी. घर में बज रहे लाउडस्पीकर पर गीत बंद हो गये. भोज के लिए जल रहा चूल्हा बुझ गया. जिसे भी घटना की जानकारी मिली.
लालो के घर दौड़ता आया और आंसू बहाते अफसोस जताते वापस गया. पूरे गांव का उत्साह सन्नाटे में बदल गया. घटना की जानकारी पुलिस को हुई, तो नवहट्टा थाने से एसआइ झोंटी राम घटना स्थल पहुंचे. शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.