जल्द शुरू होगा नावों को जोड़ कर जुगाड़ पुल
सिमरी : सहरसा-खगड़िया सीमा पर स्थित डुमरी पुल के निकट कोसी नदी पर जुगाड़ पुल के निर्माण को हरी झंडी मिल गयी है. जुगाड़ पुल की बंदोबस्ती के लिए खुली डाक में बोली लगायी गयी. जिसमें 34 लाख की बोली लगाकर सैरात की बंदोबस्ती पर अग्रहण यातायात समिति के द्वारा सफलता प्राप्त की गयी. जिसके बाद अब उम्मीद जतायी जा रही है कि जल्द ही जुगाड़ पुल शुरू हो जायेगा. जिससे लाखों की आबादी को फायदा होगा. ज्ञात हो कि बीते वर्ष एनएच 107 के बीपी मंडल सेतु से समानांतर डुमरी घाट में नावों को जोड़कर बना जुगाड़ पुल का पचास लाख में डाक हुआ था.
कोहरे की वजह से नाव परिचालन बाधित
घने कोहरे की वजह से उसराहा-डुमरी-सोनवर्षा घाट पर नाव परिचालन इन दिनों काफी विलंब से शुरू होता है. गुरुवार व शुक्रवार को भी सैकड़ों यात्री सहरसा से खगड़िया जाने के लिए ठंड में घाट पर परेशान दिखे. वहीं कोहरा कम होने के बाद दोपहर बारह बजे के करीब नाव परिचालन शुरू हुआ. यात्रियों ने बताया कि जल्द-से-जल्द सहरसा और खगड़िया जिला प्रशासन संयुक्त प्रयास कर जुगाड़ पुल चालू करवाये. जिससे आम लोगों को हर रोज की इस परेशानी से मुक्ति मिले. यहां यह बता दें कि जुगाड़ पुल का इतिहास काफी पुराना है. वर्ष 2010 में बीपी मंडल सेतु क्षतिग्रस्त होने के बाद नाविकों ने 54 नौकाओं को जोड़ कर जुगाड़ पुल का निर्माण कर वाहनों को आर-पार कराया था. इसके बाद बिहार राज्य पुल निगम के द्वारा वर्ष 2011 में 17 करोड़ की लागत से स्टील पाइल ब्रिज का निर्माण करवाया गया. जो अगस्त 2014 में कोसी की तेज धारा में बह गया. वह अभी तक क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है.
वहीं 1 अप्रैल 2015 को बीपी मंडल सेतु जीर्णोद्धार कार्य के संवेदक ने सेतु को सील कर मरम्मत कार्य आरंभ कर दिया, जो चल रहा है. सेतु को तोड़ने के बाद लोगों का पैदल चलना भी बंद हो गया तथा एकमात्र सहारा नौका बनी. इस बीच नाविकों ने दोबारा 2015 में 42 नौकाओं को जोड़ कर जुगाड़ पुल तैयार किया. कोसी-बागमती में पानी बढ़ने बाद जुगाड़ पुल को हटाया गया. इसके बाद वर्ष 2016 में 84 नौकाओं को जोड़ कर नौका पुल तैयार किया गया. बारिश में नदी के जलस्तर में वृद्धि बाद इसे हटाया गया. पुन: वर्ष 2017 में 47 नौकाओं को जोड़ कर जुगाड़ पुल तैयार करने में नाविकों ने सफलता हासिल कर ली. 20 फीट चौड़ा 3 सौ मीटर लंबा जुगाड़ पुल जुलाई तक चला. जिसके बाद से जुगाड़ पुल की मांग की जाती रही है. अब उम्मीद है जल्द पूरी होगी.