महिषी : बीते गुरुवार से प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों का मध्याह्न भोजन संचालन से स्वयं को अलग रखने से बच्चों के बीच परोसा जाने वाला आहार लगातार बंद है. अंचल प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान व सतत निगरानी के कारण शत-प्रतिशत विद्यालयों में खिचड़ी नहीं बन रही है. एमडीएम बंद होने से अधिकतर विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ने लगा है. शिक्षकों का कहना है कि शिक्षकों से सरकार को सिर्फ शिक्षण व वीक्षण का कार्य लेना चाहिए.
हमें भवन निर्माण व एमडीएम के बहाने जलील होना पड़ता है. एक शिक्षक ने एमडीएम का शब्दार्थ बताते कहा कि ‘माल दो मुझे’ ही एमडीएम है. सरकार शिक्षकों को इस भ्रष्ट परंपरा से मुक्त करे. इसके विपरीत एमडीएम बंद होने से स्थानीय ग्रामीण अभिभावकों में असंतोष पनपने लगा है.