सहरसा : बिजनेस में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं. ऐसे में कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. लोग क्या सोचेंगे इसकी परवाह नहीं करनी चाहिए. बिजनेस में कंप्टीशन भी होना बेहद जरूरी है. इन्हीं मूलमंत्रों को जीवन में उतार आगे बढ़ रहे जिले के बनगांव निवासी दिलखुश टैक्सी वाले का विजन व इसकी सफलता को लेकर की गयी मेहनत अब रंग दिखाने लगी है.
Advertisement
जनवरी से बिहार की सड़कों पर दौड़ेगी दिलखुश की आर्यन कैब
सहरसा : बिजनेस में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं. ऐसे में कभी भी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए. लोग क्या सोचेंगे इसकी परवाह नहीं करनी चाहिए. बिजनेस में कंप्टीशन भी होना बेहद जरूरी है. इन्हीं मूलमंत्रों को जीवन में उतार आगे बढ़ रहे जिले के बनगांव निवासी दिलखुश टैक्सी वाले का विजन व इसकी सफलता को लेकर […]
जनवरी से बिहार…
बिहार सरकार को बिहार स्टार्टअप नीति के तहत कुल 3024 व्यापार योजना (प्रोजेक्ट) प्राप्त हुई थी, जिसमें 32 प्रोजेक्ट्स को स्टार्टअप के रूप में प्रमाणित किया गया है. खास बात यह है कि इस योजना के तहत गांव में रह कर आर्यन कैब के नाम से टैक्सी सर्विस देने वाले युवक दिलखुश का चयन कोसी प्रमंडल से इकलौते उद्यमी के रूप में की गयी है. बिहार स्टार्टअप टीम व उधोग विभाग ने दिलखुश के आर्यन कैब को पूरे बिहार में टैक्सी सर्विस संचालित करने की अनुमति दे दी है.
कर्ज लेकर की थी शुरुआत
चार वर्ष पहले कर्ज पर कार लेकर महानगरों की तर्ज पर स्थानीय शहरी व ग्रामीण लोगों को टैक्सी सेवा उपलब्ध कराने की शुरुआत दिलखुश ने की थी. धीरे-धीरे दिलखुश के प्रोजेक्ट आर्यन कैब से लोग जुड़ते गये. इस बीच दिलखुश को आर्थिक व मानसिक कई प्रकार के तनाव से भी गुजरना पड़ा. पेशे से बस ड्राइवर पिता ने दिलखुश पर दूसरा काम करने का दबाव भी दिया. लेकिन इस लड़के पर गांव की गलियों से ही उद्योग स्थापित करने का जुनून सर चढ़ कर बोल रहा था. इसके बाद सरकार द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद लगातार परिश्रम से दिलखुश ने अपना प्रोजेक्ट विभाग में जमा कराया. इसके बाद लगातार साल भर तक हुई सरकारी प्रक्रिया के बाद स्टार्टअप की टीम ने दिलखुश के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी.
क्या मिलेंगे फायदे
शुरुआती दौर में बिहार स्टार्टअप नीति 2017 के अंतर्गत स्टार्टअप के रूप में प्रमाणित कंपनी आर्यन कैब एंड रुरल ट्रांस सॉल्यूशन प्राइवेट लि को 10 लाख रुपये की बीज पूंजी (दस वर्ष के लिए ब्याज मुक्त) व 25 करोड़ तक की उद्यम पूंजी पांच वर्ष के लिए टैक्स मुक्त वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जायेगी. इस काम को आगे बढ़ाने में दिलखुश की कंपनी को चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट मदद करेगी.
कंपनी इस प्रकार करेगी काम
कंपनी के दिलखुश कुमार बताते हैं कि जनवरी 2018 से बिहार के सभी जिले में आर्यन कैब सेवा का लोग उपयोग करेंगे. इसके अलावा यातायात के क्षेत्र में टैक्सी, एंबुलेंस व अन्य ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा बेहतर सेवा के साथ 24X7 उपलब्ध रहेगी. ज्ञात हो कि इस कंपनी द्वारा शुरुआती दौर से ही सरकारी अस्पताल में बेटी के जन्म व दहेजमुक्त शादी में बेटी की विदाई के लिए मुफ्त सेवा मुहैया करायी जाती रही है.
कोसी प्रमंडल से दिलखुश टैक्सीवाले के प्रोजेक्ट का हुआ चयन
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement