परेशानी. किसान कर रहे फसल क्षति मुआवजे की मांग
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खेत डूबे, पशु चारे की किल्लत
परेशानी. किसान कर रहे फसल क्षति मुआवजे की मांग बाढ़ के कारण कोसी तटबंध के अंदर तो बुरा हाल है ही, पूर्वी तटबंध के बाहर भी पानी का कहर लगातार जारी है. किसानों ने धान की रोपनी के लिए जो बिचड़े लगाये थे, वे भी डूब गये हैं. कई जगहों पर खेतों में लगी फसल […]
बाढ़ के कारण कोसी तटबंध के अंदर तो बुरा हाल है ही, पूर्वी तटबंध के बाहर भी पानी का कहर लगातार जारी है. किसानों ने धान की रोपनी के लिए जो बिचड़े लगाये थे, वे भी डूब गये हैं. कई जगहों पर खेतों में लगी फसल डूब कर गल गयी है.
बलवाहाट : सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरोजा, खजूरी, मोहनपुर, महमदपुर, बघवा, पहाड़पुर सहित अन्य पंचायतों के किसान खेतों को देख अपने भाग्य को दोषी ठहरा रहे हैं. बाढ़ के कारण कोसी तटबंध के अंदर तो बुरा हाल है ही, इधर पूर्वी तटबंध के बाहर भी पानी का कहर लगातार जारी है. महमदपुर, काठो, खजूरी, सरोजा सहित अन्य पंचायत के किसान दूसरी बार धान के बिचड़े का जुगाड़कर धनरोपनी की. लेकिन किसानों का भाग्य दगा दे दिया. अतिवृष्टि से पूरा क्षेत्र जलमग्न दिख रहा है.
वहीं खजुरी पंचायत के सरपंच संतोष सिंह ने कहा कि कोसी तटबंध के बाहर बसे पंचायत के किसानों की पूरी फसल डूब गयी है. वहीं काठो के किसान रामोतार यादव, अर्जुन ठाकुर, जलधर यादव आदि परेशान हैं.
सरोजा फरही नाला के आसपास सहित अन्य पंचायतों में हजारों एकड़ फसल तबाह हो गयी है. लेकिन प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा क्षति हुए फसलों का आकलन भी नहीं कराया जा रहा है. खेतों के पानी में डूब जाने से सबसे ज्यादा परेशानी माल मवेशियों को हो रही है. चारा नहीं मिल रहा है. किसान, पशुपालक दोनों हैरान परेशान हैं.
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