नासरीगंज : एक तरफ लोगों के जीवन की रक्षा के लिए सरकार नशाबंदी की फरमान जारी की है और ऐतिहासिक मानव शृंखला बनाया गया. उसी मानव शृंखला में भाग लेने के लिये लाये गये बच्चों के जान की परवाह न तो विद्यालय के प्रधानों द्वारा किया गया और न ही स्थानीय प्रशासन ने कोई सुध लिया.
नासरीगंज में मानव शृंखला के दौरान देहाती क्षेत्रों से स्कूली छात्रों को जीप में ठूंस-ठूंस कर व छतों पर बैठा कर लाया गया. प्रशासन द्वारा बसें व गाड़ंयां तो भेजी गयी, परंतु उनमें बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह लाया गया. उर्दू मध्य विद्यालय तुर्क बिगहा के प्रधानाचार्य मोहम्मद एकराम ने बताया कि गाड़ी कम थी और बच्चे अधिक थे. इसके अलावा कैथी, महदेवा, मंगराव, खिरीयांव आदि दर्जनों स्कूलों के बच्चों को इसी तरह लाया गया.