राजपुर : प्रखंड के मंगरवलिया गांव में विकास का कार्य सही ढंग से नहीं होने से आज भी गांव के लोगों को परेशानी हो रही है. कहा जाता है कि स्थायी सरकार में विकास की गति तेज होती है लेकिन ये बातें प्रत्येक सरकार के लिए सही नहीं होतीं. पंचायत का प्रतिनिधित्व विगत तीन पंचवर्षीय कार्य काल से एक ही जनप्रतिनिधि के हाथों में है, लेकिन फिर भी मंगरवलिया गांव के विकास की गति जितनी तेज होनी चाहिए, उतनी नहीं है. ग्रामीण लाल बाबू राम,
विजय पासवान, राहुल दुबे, सोनू दुबे आदि लोगों ने बताया कि पंचायत का सबसे बड़ा गांव है. फिर भी सरकारी राशि के खर्च में गांव को सही भागीदारी नहीं मिलने से विकास कार्य अधूरे पड़े हुए हैं. गांव की गलियों की न तो ढलाई का काम पूरा हो पाया है, न ही नाली निर्माण व गंदे पानी से मुक्ति मिल पायी है. सरकारी राशि खर्च कर गलियों में रोशनी के लिए लगायी गयी लाइट अब शोभा की वस्तु बन गयी है. गांव के विद्यालय में पठन-पाठन से लेकर मूलभूत सुविधाओं का अभाव जगजाहिर है, ऐसे में विकास से गांव आज भी कोसों दूर है. वहीं, पंचायत के मुखिया शंभु सिंह ने बताया कि क्षेत्र के विकास के लिए रुपये कम पड़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ काम करवाये गये हैं और बाकी काम भी जल्द पूरे किये जायेंगे.