18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आपसी सौहार्द बिगाड़ने की हो रही कोशिश

बिक्रमगंज (रोहतास) : वर्षों के सौहार्द को एक तिनके की तरह तहस-नहस करने की हो रही कोशिश पर तत्काल लगाम लगे. स्थिति बेकाबू होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. यह चिंता किसी एक व्यक्ति की नहीं है. बल्कि हर उस शहरी की है जो शांति और भाईचारे की लालसा लिए शहरी बाबू बने हैं . […]

बिक्रमगंज (रोहतास) : वर्षों के सौहार्द को एक तिनके की तरह तहस-नहस करने की हो रही कोशिश पर तत्काल लगाम लगे. स्थिति बेकाबू होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. यह चिंता किसी एक व्यक्ति की नहीं है. बल्कि हर उस शहरी की है जो शांति और भाईचारे की लालसा लिए शहरी बाबू बने हैं . बिक्रमगंज जैसे शांति प्रिय शहर में इस तरह से पाकिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे गुंजने की गूंज आज भी शहरवासियों को कोई अनहोनी की आशंका जान पड़ती है .

प्रत्यक्षदर्शी सूत्रों के अनुसार 16 अप्रैल को निकली हिंदू-मुसलिम एकता के प्रतीक शहीद बाबा के उर्स पर चादरपोशी रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये गये. रैली जब थाना चौक से निकली तभी इसकी झलक दिखाई दे रही थी. रैली जैसे-जैसे आगे बढ़ी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे तेज हो गये.

ॉये नारे रैली में शामिल करीब 10 युवकों की एक टोली लगा रही थी, जिसका विरोध किसी ने नहीं किया . काव नदी पुल से नीचे उतरते ही हनुमान मंदिर के पास पहली बार खुल कर नारे लगे . फिर पटेल नगर, अंजबित सिंह गेट के पास, मसजिद के पास, सब्जी मंडी और सबसे अधिक नगर के हृदय स्थली तेंदुनी चौक के पास पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे गूंजे .

भारत विरोधी नारे से देश को खतरा : पूर्व विधायक : हिंदू-मुसलिम एकता के प्रतीक रहे शहीद बाबा का 16 अप्रैल को 36 वां उर्स था. इससे पहले हर साल जितनी संख्या में मुसलिम होते हैं उतनी ही संख्या में हिंदू भी रहते हैं शहीद बाबा के उर्स में . फिर एकता के मिसाल के तौर पर होनेवाले कार्यक्रम में आखिर भारत विरोधी नारे क्यों लगे?
और पाकिस्तान जिंदाबाद क्यों हुआ. भारत में रह कर भारत विरोधी नारे लगानेवालों पर अविलंब कार्रवाई होनी चाहिए. पूर्व विधायक राजेश्वर राज ने डीएम व व एसडीओ से पाकिस्तान जिंदाबाद करनेवाले देशद्रोहियों को सजा दिलाने की मांग की. देशद्रोही मुकदमा नहीं किया गया तो आंदोलन किया जायेगा.
शहीद बाबा के उर्स पर चादरपोशी जुलूस में गूंजे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें