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खुले नाले से जान को खतरा
चिंता. दोपहिया वाहन व रिक्शा‑ठेलावाले हो रहे हादसे के शिकार शहर के बीच से गुजर रहे जीटी रोड के संपर्क पथ में बने नाले पर स्लैब नहीं डाला गया है. यह घटनाओं का कारण बन रहा है. इस पर फोरलेन का काम करा रही कंपनी के अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया. साथ ही, नगर […]
चिंता. दोपहिया वाहन व रिक्शा‑ठेलावाले हो रहे हादसे के शिकार
शहर के बीच से गुजर रहे जीटी रोड के संपर्क पथ में बने नाले पर स्लैब नहीं डाला गया है. यह घटनाओं का कारण बन रहा है. इस पर फोरलेन का काम करा रही कंपनी के अधिकारियों ने भी ध्यान नहीं दिया. साथ ही, नगर पर्षद के अधिकारी भी जनहित में कोई कदम नहीं उठा रहे है.
डेहरी ऑन सोन : शहर के बीच से गुजर रही जीटी रोड (फोर लेन) के उत्तरी संपर्क पथ का मुख्य नाला हाल के दिनों में कई दुर्घटनाओं के कारण जाना जाने लगा है. करीब छह फुट से अधिक की गहराई वाला नाला खुला है.
इस पर निर्माण के बाद से ही कभी स्लैब डाला ही नहीं गया. फोर लेन के दक्षिणी सड़क के निर्माण की वजह से उत्तरी सड़क पर पहले की तुलना में गाड़ियों व पैदल यात्रियों के आवागमन में इजाफा हुआ है. शहर के सबसे घनी आबादी न्यू एरिया मोहन बिगहा सहित स्टेशन रोड व जक्की बिगहा के लोग भी इस सड़क के कैनाल रोड में आने-जाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. दिन चढ़ने के साथ ही सड़क पर दबाव बढ़ता है फिर दुर्घटना कब हो जाये कहा नहीं जा सकता. अब तक इस ओपेन नाले में गिर कर कई दोपहिया चालक, रिक्शा सवार व बच्चे सहित महिला पुरुष चोटिल हो कर अस्पताल पहुंच चुके हैं.
सड़क बनी, पर नाला नहीं : फोरलेन बनने के बाद उत्तरी तरफ संपर्क पथ भी बना, लेकिन फोरलेन व संपर्क पथ का पानी बह कर कहां जायेगा. इसका न तो फोरलेन के इंजीनियर व अधिकारियों ने ध्यान रखा और न ही नगर पर्षद कोई आपत्ति जताया व निराकरण कराया. संपर्क पथ बनने के बाद नाले की गहराई दोगुनी हो गयी. मोहन बिगहा से कुछ दूर आगे तक फोरलेन ने नाले का निर्माण अधूरा करा कर छोड़ दिया, तब से अब तक लोग इसके पूरा होने की बांट जोह रहे हैं.
स्लैब नहीं होने से हादसा
फोर लेन संपर्क पथ नाला पर कैनाल रोड से ले कर विधायक वीरेंद्र सिंह के घर तक नाला, तो बना नहीं, दूसरी ओर पुराने नाले पर कहीं स्लैब नहीं डाला गया. स्लैब नहीं होने के कारण नाला पार के बच्चे भी खेलते-खेलते इसमें गिर जाते हैं. कैनाल रोड के पास मोड़ होने के कारण जाम लगता है और पार होने के चक्कर में नाले में गिर हादसा हो जाता है.
दिया जायेगा निर्देश
डेहरी के अनुमंडल पदाधिकारी पंकज पटेल ने कहा कि जनहित में स्लैब डालने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देंगे. फोर लेन की वहां कुछ आगामी योजना है. इसकी जानकारी भी ली जायेगी.
बाेले स्थानीय निवासी
छात्रपति सिंह ने बताया कि सड़क निर्माण के वक्त फोर लेन के अधिकारियों ने भूमिगत नाला बनाने की बात कही थी, लेकिन अपना काम होते ही पुराने नाले को और खतरनाक कर के चले गये. डाॅ लुब्धेश्वर मेहता कहते हैं कि संपर्क पथ बनाते वक्त भी धरना-प्रदर्शन के बाद सड़क निर्माण हुआ था. नहीं तो वर्षों लटका रहता. निर्माण कार्य कोई रोकना नहीं चाहता लेकिन अधिकारी मजबूर करते हैं.
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता कौशलेंद्र कुशवाहा ने कहा कि फोर लेन के काम पर नगर पर्षद को नजर रखनी चाहिए. नाला पर ढक्कन फोरलेन नहीं डालता है, तो जनहित में नगर पर्षद को व्यवस्था कर सुरक्षा देनी चाहिए. न्यूएरिया के रहनेवाले श्याम बाबू तिवारी कहते हैं कि अब तक कई लोग नाला में गिर कर चोटिस हो गये हैं. जिन्हें मुहल्लेवासी उठा कर अस्पताल पहुंचाये है. विभागों की उदासीनता बनी रही तो आवागमन बाधित किया जायेगा.
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