करगहर : सासाराम-चौसा पथ पर सोमवार को इंटवाडीह के समीप स्काॅर्पियो व बाइक की टक्कर में बाइक सवार एक युवक की मौत हो गयी और बाइक पर बैठा दूसरा युवक बुरी तरह घायल हो गया. मृतक सिरिसियां गांव निवासी जगनारायण सिंह का 30 वर्षीय बेटा अजीत सिंह बताया जाता है.
Advertisement
बाइक सवार चचेरे भाइयों में एक की गयी जान, दूसरा घायल
करगहर : सासाराम-चौसा पथ पर सोमवार को इंटवाडीह के समीप स्काॅर्पियो व बाइक की टक्कर में बाइक सवार एक युवक की मौत हो गयी और बाइक पर बैठा दूसरा युवक बुरी तरह घायल हो गया. मृतक सिरिसियां गांव निवासी जगनारायण सिंह का 30 वर्षीय बेटा अजीत सिंह बताया जाता है. वहीं घायल युवक भी सिरिसियां […]
वहीं घायल युवक भी सिरिसियां गांव निवासी उपेंद्र कुमार सिंह का 18 वर्षीय बेटा राॅकी कुमार है. थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि दोनों युवक रिश्ते में चचेरे भाई हैं, जो तीज पर्व के अवसर पर बाजार करने कोचस जा रहे थे. इंटवाडीह के समीप एक स्काॅर्पियो ने सड़क पर एकाएक टर्न ले लिया.
इससे बाइक सवार युवक स्काॅर्पियो से टकरा गये. टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि बाइक के अगले हिस्से के परखचे उड़ गये. दोनों युवक हवा में लहराते हुए कई फुट ऊपर उड़ गये. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक टक्कर के बाद अजीत सिंह हवा में उड़ते हुए सड़क किनारे पेड़ से टकरा गया, जिससे उसकी सिर में गंभीर चोट लग गयी. वहीं, दूसरा युवक सड़क किनारे चाट में पानी में जा गिरा.
घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों को इलाज के लिए पीएचसी पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें सासाराम रेफर कर दिया. लेकिन बीच रास्ते में ही अजीत सिंह की मौत हो गयी. उन्होंने कहा कि स्काॅर्पियो चालक गाड़ी लेकर भागने में सफल हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है.
तीज के लिए राजस्थान से ट्रक लेकर आया था घर : वैसे तो प्रत्येक सुहागिन महिलाएं अपने अखंड सुहाग के लिए तीज का व्रत करती है. पति की दीर्घायु होने के लिए मंदिरों में जाकर भगवान शंकर व पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं. इसी तरह की कल्पना से ओतप्रोत रिंकी ने भी सोमवार को पति अजीत के लिए तीज का व्रत कर रखी थी.
हाथों में मेहंदी लगायी रिंकी प्रत्येक वर्ष की भांति अपने पति के हाथों लाये जाने वाली साड़ी का इंतजार कर सोलह शृंगार करने के बाद पूजा करने की बात सोच बहुत खुश थी. पति को इस खास दिन का बहुत इंतजार रहता था.
वो जहां कही भी रहता था, तीज के दिन अपने हाथों से पत्नी को अपनी पसंद की साड़ी खरीदता था. रिंकी उसी साड़ी को पहन कर सोलह शृंगार कर पूजा करती थी, तभी राजस्थान में रह कर ट्रक ड्राइवर का काम करने वाला अजीत सोमवार को 10 बजे ट्रक लेकर अपने घर पहुंचा था.
घर पहुंच कर सिर्फ पानी पीकर अजीत अपनी पत्नी के लिए साड़ी खरीदने बाइक से अपने चचेरे भाई राॅकी के साथ कोचस निकल गया. वह अपनी डेढ़ साल की बेटी व तीन साल के बेटे का मुंह भी ठीक से नहीं देख पाया था. उसे क्या मालूम था कि जिस पत्नी के लिए वह साड़ी खरीदने जा रहा है. उसको साड़ी की जगह उसकी अर्थी देखने को मिलेगी.
घटना के बाद गांव में मातम का माहौल
घटना की जानकारी होने पर पत्नी को विश्वास नहीं हो रहा था पति की लाश को देख कर वह इसी बात की रट लगा रही थी, इन्हें कुछ नहीं होगा ये तो सोये हैं.
वह बार बार अजीत के शव से लिपट कर उससे आंखें खोलने की अपील कर रही थी. इस दृश्य को देख कर मौके पर पहुंचे सभी लोगों की आंखें नम हो रही थी. कोई भी व्यक्ति अपने आंसू को नहीं रोक पा रहा था. घटना के बाद गांव में मातम का माहौल कायम हो गया. गांव के शिव मंदिर में महिलाएं पूजा करने नहीं आयीं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement