ग्राहक सेवा केंद्र के मालिक से "1.90 लाख की लूट
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ग्राहक सेवा केंद्र के मालिक से "1.90 लाख की लूट निर्णय 40 मशीन खरीदने का पर टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं बढ़ रही गंदगी से ही पनप रहे मच्छर सासाराम नगर : शहर में मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि दिन में भी घर में रहना मुश्किल हो गया है. सासाराम नगर पर्षद […]
निर्णय 40 मशीन खरीदने का पर टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं
बढ़ रही गंदगी से ही पनप रहे मच्छर
सासाराम नगर : शहर में मच्छरों का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि दिन में भी घर में रहना मुश्किल हो गया है. सासाराम नगर पर्षद में 40 वार्ड हैं. कुछ इलाका काफी पुराना है. तंग गलियों में नालियों की भी सफाई नहीं हो रही है. जिससे मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. यही स्थिति शहर के बड़े नालों की है. नालों की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने से नालियों का गंदा पानी जहां-तहां जमा हो रहा है. जिससे मच्छर पनप रहे है. छह माह पहले नगर पर्षद के वार्डों की बैठक में प्रत्येक वार्ड में मच्छर रोधी दवा का छिड़काव करने के लिए 40 मशीन खरीदने का निर्णय लिया गया था.
लेकिन अब तक मशीन खरीदने के लिए नगर पर्षद में टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हो सकी है. शहर में कई जगहों पर नगर पर्षद के सफाई कर्मी कचरा डंप कर रहे है. जिससे गंदगी बढ़ रही है और उसमें मच्छर पनप रहे है.
रिहायशी क्षेत्रों में कचरे का अंबार
शहर के रिहायशी क्षेत्रों में दर्जनों जगहों पर नगर पर्षद कूड़ा डंप करती है. जलजमाव भी होता है. जिससे मच्छर पनप रहे है. एक वर्ष से शहर में मच्छर रोधी दवा का नियमित रूप से छिड़काव नहीं हो रहा है. दवा का छिड़काव होता, तो लोगों को राहत होती. शहर के अंदर या नयी बस्ती सभी जगह लोग मच्छर से परेशान है. अगर यही स्थिति रही तो लोग कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. शहर के अंदर तो स्थिति बदतर हो गयी है.
पूरी हो रही सिर्फ औपचारिकता
नगर पर्षद में मात्र एक फॉगिंग मशीन है जिसमें पुराने केमिकल से दवा का छिड़काव किया जा रहा है, जो प्रभावी नहीं है. एक मशीन व 40 वार्ड कभी मच्छरों को मारने में सफलता नहीं मिल सकती है. तीन मशीन और होता तो प्रत्येक मशीन से 10-10 वार्डों में दवा का छिड़काव होता. शहर में मच्छररोधी दवा का छिड़काव सिर्फ औपचारिकता की जा रही है. कई वार्ड पार्षदों को क्षेत्र के लोगों के बातों का कोपभाजन बनना पड़ रहा है.
मशीन खरीदारी के बाद बेहतर होगी स्थिति
शहर में पंद्रह दिनों से बड़ी फॉगिंग मशीन से दवा का छिड़काव किया जा रहा है. प्रत्येक वार्ड में एक मशीन खरीदने का निर्णय हुआ था. लेकिन जीएसटी बिल के कारण खरीद की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है. मशीन खरीदारी के बाद स्थिति बेहतर होगी.
कुमारी हिमानी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पर्षद
बोले वार्ड पार्षद
पांच दिन पहले दवा का छिड़काव किया गया था. लेकिन मात्र तीन-चार गलियों में ही दवा छिड़का गया. सबसे बड़ी बात है कि दवा प्रभावी नहीं है. पुराने केमिकल से दवा का छिड़काव हो रहा है. मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से स्थिति बदतर हो गयी है.
सुनीता देवी, वार्ड पार्षद
शहर में दवा का छिड़काव नहीं होने से लोग बहुत परेशान है. नालियों की मुकम्मल सफाई नहीं होती है. दवा का छिड़काव भी नहीं हो रहा है. एक मशीन से 10 दिनों से दवा का छिड़काव हो रहा है. इतनी बड़े शहर में एक मशीन से सब संभव नहीं है.
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शिकायत मिले, तो होगी त्वरित कार्रवाई
अगर किसी मरीज या उनके परिजनों द्वारा कोई शिकायत की जाती है तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी. सेवा में कोताही बरतनेवाले कर्मियों को किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जायेगा.
डॉ राकेश कुमार, उपाधीक्षक, अनुमंडल अस्पताल, डेहरी
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