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नक्शा पास, तीन माह बाद बनेगा मेडिकल कॉलेज

पूर्णिया : जिला मुख्यालय में बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल निर्माण की प्रक्रिया अगले तीन माह में आरंभ हो सकती है. इसके लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भागलपुर के प्राचार्य प्रो डा अर्जुन कुमार सिंह ने नक्शा को मंजूरी दे दी है. नक्शा बनाने वाली लखनउ की कंसलटेंट कंपनी ने मंगलवार को भागलपुर स्थित […]

पूर्णिया : जिला मुख्यालय में बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल निर्माण की प्रक्रिया अगले तीन माह में आरंभ हो सकती है. इसके लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज भागलपुर के प्राचार्य प्रो डा अर्जुन कुमार सिंह ने नक्शा को मंजूरी दे दी है. नक्शा बनाने वाली लखनउ की कंसलटेंट कंपनी ने मंगलवार को भागलपुर स्थित प्राचार्य के कार्यालय में नक्शा जमा कराया.

जिसे देखने और जांचने के बाद प्राचार्य ने इसे मंजूरी दे दी. इसके बाद कंसलटेंसी एजेंसी इस नक्शे को स्वास्थ्य विभाग के सचिव के पास जमा करायेगी. जिसके बाद स्वास्थ्य सचिव की स्वीकृति मिलते ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य भवन, ब्यॉज व गर्ल्स होस्टल, माइक्रो बायोलॉजी, एनाटॉमी, फार्माकोलॉजी सहित विभिन्न नन क्लिनिकल डिपार्टमेंट, एमबीबीएस क्लास के लिए वर्गकक्ष, प्रयोगशाला आदि का निर्माण होगा. इसके लिए राशि की स्वीकृति की जायेगी.

जिसके बाद बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड पटना द्वारा इन भवनों के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जायेगा. संभावना जतायी जा रही है कि इस प्रक्रिया को पूरा करने में तीन माह का वक्त लगेगा, जिसके बाद निर्माण कार्य आरंभ होगा.

वर्ष 2013 में सीएम ने की थी घोषणा : पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज स्थापना की घोषणा वर्ष 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रंगभूमि मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही थी. तब कोसी और सीमांचल के मेडिकल हब के तौर पर पहचान के कारण पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज स्थापना का निर्णय लिया गया था. सीएम की घोषणा के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी व वर्तमान में मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा द्वारा पूर्णिया सदर अस्पताल को इसके लिए उपयुक्त मानते हुए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया. साथ ही कॉलेज निर्माण को लेकर तेजी से कार्य भी आरंभ हुआ. मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार द्वारा एक प्राचार्य सहित छह प्राध्यापकों की नियुक्ति भी कर दी गयी. जिससे इलाके के लोग काफी उत्सुक थे. लेकिन वक्त के साथ लोगों की उम्मीदें दम भरने लगी थी.
मेडिकल काउंसिल भी बना था अड़ंगा : पूर्णिया सदर अस्पताल कोसी और सीमांचल के इलाके में सबसे बड़ा और सुसज्जित सरकारी अस्पताल है. यहां जिला के अलावा मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, अररिया, कटिहार और किशनगंज से भी बड़ी संख्या में मरीज रोजाना इलाज के लिए पहुंचते हैं. अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए कई ऐसे संसाधन भी मौजूद हैं, जो अन्य अस्पतालों में नहीं है. लेकिन सरकार की घोषणा के बाद जब मेडिकल कॉलेज स्थापना को लेकर प्रशासनिक पहल शुरू हुई तो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने इन सुविधाओं को नाकाफी बताते हुए इसकी स्वीकृति पर रोक लगा दी. बाद में इसी साल 27 जून को जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा जेपी नड्डा एक पार्टी कार्यक्रम में पूर्णिया पहुंचे तो स्थानीय बुद्धिजीवियों द्वारा उनसे संपर्क साधा गया. बताया जा रहा है कि इसके बाद एमसीआई से भी सदर अस्पताल में मेडिकल कॉलेज स्थापना को स्वीकृति मिल चुकी है. ऐसे में नक्शा पास होने से एक बार फिर लोगों की उम्मीदें चरम पर है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के सरकारी महकमे में भी खुशी देखी जा रही है.
नक्शा बनाने वाली लखनउ की कंसलटेंट कंपनी ने मंगलवार को भागलपुर स्थित प्राचार्य के कार्यालय में नक्शा जमा कराया, नक्शा देखने व जांचने के बाद प्राचार्य ने इसे दे दी मंजूरी

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