मीरगंज : खगहा में काली पूजा का सात दशक पुराना इतिहास रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार पहली बार यहां 1945 में मां काली की प्रतिमा स्थापित की गयी थी और पूजन आरंभ हुआ था. तब से यह सिलसिला लगातार जारी है. बीते सात दशक में यहां भव्य मंदिर का निर्माण हो चुका है. दूसरी ओर खगहा काली मंदिर की ख्याति दूर-दूर के इलाके में फैली हुई है. कहते हैं कि जिसने भी मां काली के दरबार में सजदा किया, उसकी मुरादें जरूर पूरी हुई हैं.
यही कारण है कि खगहा के अलावा आसपास के वैसे ग्रामीण जो कामकाज के सिलसिले में परदेस में रहते हैं, पूरे वर्ष भले ही अपने गांव नहीं लौटे, काली पूजा में अवश्य लौटते हैं. इस खास मौके पर यहां के लोगों के सगे-संबंधी भी इकट्ठा होते हैं और काली पूजा के साथ-साथ महापर्व छठ की खुशियां भी बांटते हैं. मेले के मौके पर दो दिवसीय जागरण का आयोजन रखा गया है. मेला समिति के अध्यक्ष कृष्णानंद चौधरी ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन विधायक लेसी सिंह करेंगी. मेला को सफल बनाने में प्रमोद कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, भोलानाथ झा, शंभु नाथ झा, पवन चौधरी, रौशन कुमार, गौतम कुमार आदि सक्रिय हैं.