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हो जायें सावधान. शहर के अिधकांश नर्सिंग होम की व्यवस्था ठीक नहीं
नर्सिंग होम के आेटी संक्रामक ! एयरप्रूफ नहीं हैं शहर के लाइन बाजार स्थित अिधकांश नर्सिंग होम, सफाई भी खस्ताहाल मानकों को ठेंगा दिखा रहे शहर के नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर लाइन बाजार स्थित अधिकांश नर्सिंग होम सरकारी प्रावधानों को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं. नर्सिंग होम एयर प्रूफ नहीं हैं, जिससे बाह्य […]
नर्सिंग होम के आेटी संक्रामक !
एयरप्रूफ नहीं हैं शहर के लाइन बाजार स्थित अिधकांश नर्सिंग होम, सफाई भी खस्ताहाल
मानकों को ठेंगा दिखा रहे शहर के नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर
लाइन बाजार स्थित अधिकांश नर्सिंग होम सरकारी प्रावधानों को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं. नर्सिंग होम एयर प्रूफ नहीं हैं, जिससे बाह्य संक्रामक जीवाणु का प्रवेश आसानी से ओटी में हो जाता है. वहीं अंत:साफ सफाई का हाल भी काफी खस्ता होता है. इन नर्सिंग होम में औसत से ज्यादा प्रसव, सीजर एवं अन्य ऑपरेशन किये जाते हैं. बताया जाता है कि उपकरणों को स्टरलाइज किये जाने के मामले में भी एहतियात नहीं बरती जाती है.
नतीजतन ऑपरेशन थियेटर में ऑपेरेट किये जा रहे मरीजों के संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है. कई ऑपरेशन थियेटर में कर्मी भी बिना ग्लब्स, मास्क एवं जूते पहन कर अंदर चले जाते हैं. जो ऑपरेशन थियेटर के नियमों के विरुद्ध है. ऐसे ऑपरेशन थियेटर में ऑपरेशन कराना मरीजों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
एयरप्रूफ नहीं हैं शहर के लाइन बाजार स्थित अिधकांश नर्सिंग होम, सफाई भी खस्ताहाल
जारी है निबंधन, िफर होगा दस्तावेज का सत्यापन
नर्सिंग होम एक्ट के तहत निबंधन की प्रक्रिया जारी है. निबंधन के बाद दस्तावेजों का सत्यापन किया जायेगा. जो मानकों के विरुद्ध पाये जायेंगे, उस पर कार्रवाई भी की जा सकती है.
पूर्णिया : शहर में चल रहे अिधकांश नर्सिंग होम मानकों को ठेंगा दिखा रहे हैं. लाइन बाजार के अिधकांश नर्सिंग होम के ओटी में कर्मी िबना ग्लब्स, िबना मास्क व जूते के ही काम करते हैं, िजससे यहां संक्रमण की आशंका बनी रहती है.
कई मामलों में असुरक्षित ओटी होने के कारण संक्रमण से ऑपरेशन के दौरान ही हो चुकी हैं कई मरीजों की मौतें
पूर्णिया :लाइन बाजार स्थित अधिकांश नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर संक्रमण के साये में है. जहां औसत से अधिक प्रसव एवं अन्य ऑपरेशन होते हैं. लेकिन ऑपरेशन थियेटर के बाहय एवं अंत:साफ-सफाई पर्याप्त नहीं होने के वजह से रोजाना कई घातक संक्रामक रोग मरीजों के बीच बंट रहे हैं. कई मामलों में असुरक्षित ओटी होने के कारण संक्रमण से ऑपरेशन के दौरान ही मौत हो चुकी है. नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर की गिरती व्यवस्था को लेकर न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही संचालक गंभीर नजर आ रहे हैं.
मरीजों में यह समस्या हो रही है आम : ऑपरेशन थियेटर की बद इंतजामी की वजह से मरीजों के सेफ्टीसीमिया से पीड़ित होने की संभावना रहती है. विशेषज्ञों के अनुसार सेफ्टीसिमिया जीवाणुओं के कई समूहों की ओर से ऑपरेशन किये गये मरीजों पर हमला करता है, जिससे मरीजों के श्वसन, पाचन, लीवर, किडनी आदि को क्षतिग्रस्त कर देता है. सेफ्टीसिमिया के मरीजों का चंद घंटों में इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. ऑपरेशन थियेटर में अंत: एवं वाह्य सुरक्षा के अभाव में जीवाणुओं के संक्रमण के कारण मरीजों के टांके का पकना, मवाद बनना, घाव सुखने में देरी होना अब आम बात हो गयी है. विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे मामलों में काफी वृद्धि हुई है.
यह है ओटी का मानक तय : ऑपरेशन थियेटर के टूल्स से लेकर पूरा ओटी बैक्टीरिया एवं वायरस मुक्त होना चाहिए. थियेटर की आर्द्रता एवं तापमान पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. ऐसे कामों के लिए प्रशिक्षित ओटी तकनीशियन की आवश्यकता होती है, जो ऑपरेशन थियेटर की तमाम हाइजीनिक एवं संक्रमण से संबंधित बातों पर ध्यान देता है. विडंबना यह है कि शहर के अधिकांश नर्सिंग होम में प्रशिक्षित तकनीशियन नहीं हैं. इन ऑपरेशन थियेटरों में कंपाउंडरों से काम चलाया जाता है, जिससे मरीज प्राय:संक्रमण के शिकार हो रहे हैं.
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