पूर्णिया : राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता में जिले का नाम रोशन कर चुकी ज्योति एक बार फिर खो-खो मैदान में अपना जौहर दिखा सकती है. एक सड़क दुर्घटना में अपना पैर बुरी तरह से जख्मी कर चुकी ज्योति काफी दिनों से खेल के मैदान से बाहर है. दुर्घटना के बाद तत्काल ज्योति के पैर में स्टील का रॉड लगा दिया गया था. हाल के दिनों में ज्योति की परेशानी बढ़ गयी थी.
लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने की वजह से दुबारा ऑपरेशन कराने में ज्योति सक्षम नहीं थी. प्रभात खबर ने ज्योति की इस परेशानी को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. उसके बाद डीएम पंकज कुमार पाल ने ज्योति का ऑपरेशन सरकारी खर्च पर कराने का आदेश जारी किया था. राज्यस्तरीय खो-खो खिलाड़ी ज्योति कुमारी के पैर में लगे स्टील के रॉड को ऑपरेशन कर सफलता पूर्वक निकाल लिया गया.
ज्योति का ऑपरेशन शहर के प्रसिद्ध ऑर्थोपेडिक सर्जन सह पूर्णिया के सिविल सर्जन डॉ एमएम वसीम ने किया.जबकि खो-खो खिलाड़ी ज्योति के ऑपरेशन का खर्च वहन जिला प्रशासन ने किया है. वह खो -खो के लिए वर्ष 2009 से 2011तक राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी है.
प्रभात खबर से बातचीत में ज्योति ने कहा कि ‘ उसकी तमन्ना है कि राष्ट्रीय स्तर पर खो-खो में वे राज्य का नाम रौशन करें. गौरतलब है कि 4अप्रैल2011 को ज्योति का सड़क हादसे में दोनों पैर फ्रैक्चर हो गया था.7 जून 2011 को पूर्णिया के एक निजी नर्सिंग होम में उसके पैर का ऑपरेशन कर रॉड लगाया गया था. इस ऑपरेशन का खर्च भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी ने उठाया था. ऑपरेशन के कुछ दिनो बाद ज्योति सामान्य रुप से चलने फिरने लगी थी.
काफी दिनों तक रॉड अंदर रहने के कारण फिलवक्त उसमें घाव बनने की शिकायत आने लगी थी. जिला प्रशासन की मदद से ज्योति का ऑपरेशन डाॅ एमएम वसीम द्वारा 19 फरवरी को अपने निजी नर्सिंग होम में किया.ऑपरेशन कर ज्योति के जांघों में लगे रॉड को सफलता पूर्वक निकाल लिया गया. इस बाबत डॉ एमएम वसीम ने बताया कि ऑपरेशन सफलता पूर्वक हो चुका है.