पूर्णिया : पूरा राज्य कुव्यवस्था और भय के दौर से गुजर रहा है. इन सबकी वजह राजनेता हैं. दरअसल राजनेता दुनिया की सबसे गंदी जाति है. अगर समाज में शांति और अमन-चैन लाना है तो राजनेताओं के खिलाफ आम लोगों को महाभारत की लड़ाई लड़नी होगी. उक्त बातें जन अधिकार पार्टी के संरक्षक सह मधेपुरा सांसद पप्पू यादव ने सोमवार को व्यवहार न्यायालय के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही. श्री यादव वर्ष 1999 के एक मामले में व्यवहार न्यायालय में पेशी के लिए आये थे.
श्री यादव ने कहा कि पहले विधायक सरफराज अहमद, फिर विधायक सिद्धार्थ और अब राजबल्लभ यादव जैसे लोगों के कारनामे से बिहार शर्मशार हुआ है. हमारा तो यह मानना है कि दुष्कर्मी जनप्रतिनिधियों को चौराहे पर खड़ा कर फांसी दे देनी चाहिए. ऐसे पशुओं की समाज को जरूरत नहीं है. कहा कि विधायक सिद्धार्थ मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए और विधायक राजबल्लभ यादव की सदस्यता समाप्त होनी चाहिए. कहा कि राजनेताओं के पास लड़कियां पहुंचायी जाती रही है, यह कोई नयी बात नहीं है. राजबल्लभ प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. क्योंकि केवल राजबल्लभ ही नहीं, सत्ता से जुड़े कई बड़े राजनेता हैं, जिनके पास पटना के कॉलेज की लड़कियां पहुंचायी जाती हैं. श्री यादव ने लालू और नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि विडंबना यह है कि इस राज्य में एक साथ तीन-तीन मुख्यमंत्री काबिज हैं.
संवैधानिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं तो सुपर मुख्यमंत्री लालू प्रसाद हैं. जिनके संबंध शिक्षा माफिया, दवाई माफिया और बालू माफिया से है. तीसरे मुख्यमंत्री प्रशांत किशोर हैं, जो नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने के सपने दिखा रहे हैं. कहा कि हाल के दिनों में राजनीतिक हत्याएं बढ़ी हैं, जो सत्ता के संरक्षण में हो रहा है. इसी के खिलाफ वे मंगलवार को आरा में पद यात्रा करेंगे और 20 फरवरी को बिहार बंद का आह्वान किया गया है. इस मौके पर उप मुख्य महापौर संतोष यादव, जन अधिकार पार्टी के जिलाध्यक्ष मो इसराइल, पवन राय, जयवर्द्धन सिंह, राजेश यादव आदि उपस्थित थे.