नहीं खुला धान अधिप्राप्ति केंद्र, किसान परेशान प्रतिनिधि, श्रीनगरप्रखंड क्षेत्र के किसानों की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है. लगभग 75 फीसदी धान की कटाई पूरी हो चुकी है. लेकिन धान अधिप्राप्ति केंद्र आरंभ होने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं. किसानों की समस्या यह है कि खेत खाली होने के बाद उन्हें रबी की खेती आरंभ करनी है लेकिन रबी खेती के लिए पूंजी की जरूरत होती है. ऐसे में स्थानीय किसान बिचौलिये के हाथों कौड़ी के दाम पर धान बेचने को मजबूर हैं. इस वजह से किसानों में निराशा है तो मौजूदा व्यवस्था के प्रति गुस्सा भी नजर आ रहा है. स्थानीय किसानों की माने तो क्षेत्र में धान खरीद के सरकारी केंद्र पैक्सों के अब तक नहीं खुलने के कारण किसानों को स्थानीय बिचौलियों के हाथों 950 से 1050 रुपये क्विंटल के बीच धान बेचने की मजबूरी है. सिंहिया के किसान रमेश, शमीम, खोखा दक्षिण के श्याम सुंदर एवं नरेश मंडल, खोखा उत्तर के जुहूर नाजिर, झुन्नी के बुलबुल आदि ने बताया कि वर्तमान समय में रबी खेती लगाने का पिक सीजन होने से किसान धान बेच कर रबी फसल के तहत गेहूं, मकई, सरसों, तीसी, चना एवं मसूर आदि की खेती करते हैं. किसानों ने कहा कि जब क्षेत्र के छोटे किसानों का धान बाजार के बिचौलियों के हाथों बिक्री हो जायेगी तब सरकारी क्रय केंद्र खुलेंगे. कहा कि अक्सर यही होता है कि देर से क्रय केंद्र की शुरुआत होने के बाद बिचौलिये किसानों के नाम पर सरकारी केंद्र में धान की बिक्री कर माला-माल होते हैं. इस प्रकार सरकारी योजना जो किसानों के हित में बनायी जाती है अंतत: बिचौलिये का हित वर्द्धक साबित होता है. टिप्पणी- पैक्सों में धान की खरीद का अब तक आदेश प्राप्त नहीं हुआ है. आदेश एवं प्रक्रिया पूर्ण होते ही खरीद शुरू हो जायेगी. परमानंद मेहता, अध्यक्ष व्यापार मंडल, श्रीनगर फोटो : 26 पूर्णिया 3परिचय: बंद पड़ा पैक्स गोदाम
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नहीं खुला धान अधप्रिाप्ति केंद्र, किसान परेशान
नहीं खुला धान अधिप्राप्ति केंद्र, किसान परेशान प्रतिनिधि, श्रीनगरप्रखंड क्षेत्र के किसानों की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही है. लगभग 75 फीसदी धान की कटाई पूरी हो चुकी है. लेकिन धान अधिप्राप्ति केंद्र आरंभ होने के आसार दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं. किसानों की समस्या यह है कि खेत खाली होने के […]
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