23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सरकारी कार्यालयों में लौटी रौनक, नहीं उतरी है खुमारी

सरकारी कार्यालयों में लौटी रौनक, नहीं उतरी है खुमारी प्रतिनिधि, पूर्णियाविधानसभा चुनाव के बाद दीपावली और छठ पर्व भी समाप्त हो गया है. और सरकारी कार्यालयों की रौनक वापस लौट आयी है. गुरुवार को विभिन्न सरकारी कार्यालयों में अधिकारी व कर्मी वापस अपने काम पर लौट आये, लेकिन अभी भी कर्मियों की खुमारी नहीं उतरी […]

सरकारी कार्यालयों में लौटी रौनक, नहीं उतरी है खुमारी प्रतिनिधि, पूर्णियाविधानसभा चुनाव के बाद दीपावली और छठ पर्व भी समाप्त हो गया है. और सरकारी कार्यालयों की रौनक वापस लौट आयी है. गुरुवार को विभिन्न सरकारी कार्यालयों में अधिकारी व कर्मी वापस अपने काम पर लौट आये, लेकिन अभी भी कर्मियों की खुमारी नहीं उतरी है. दरअसल जिले में विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में 05 नवंबर को मतदान हुआ और 08 नवंबर को मतगणना हुई. इस कारण सरकारी कार्यालयों में लगभग दो माह तक सरकारी कार्यों पर ब्रेक सा लग गया था. वहीं 09 नवंबर को धनतेरस के साथ ही पर्व का सिलसिला आरंभ हुआ, जो बुधवार को उदीयमान सूर्य के अर्घ्य के साथ संपन्न हुआ. पर्व समाप्ति के बाद अधिकतर कर्मी वापस अपने कार्य पर लौट आये हैं, लेकिन लंबे अंतराल के कारण अधिकारी और कर्मी गुरुवार को वापस पुराने माहौल में ढलने की कवायद में जुटे रहे.पहले चुनाव, फिर पर्व बना खुमारी का कारणकार्यालयों में अधिकारी व कर्मी अभी भी कामकाज के माहौल में उतर नहीं पाये हैं. इसकी मूल वजह यह है कि पहले विधानसभा चुनाव की व्यस्तता थी और फिर बिना किसी अंतराल के पर्व का दौर आरंभ हो गया. 08 नवंबर को चुनाव की मतगणना के उपरांत 09 नवंबर को धनतेरस और 11 नवंबर को दीपावली हुई. दीपोत्सव से लेकर छठ तक सरकारी अवकाश के कारण कार्यालय लगातार बंद रहे. इस दौरान भैया दूज जैसा महत्वपूर्ण पर्व भी मनाया गया. गुरुवार को अवकाश समाप्ति के बाद सभी कार्यालयों में कर्मी वापस अपने काम पर लौट आये हैं.विद्यालयों में आरंभ हुई पढ़ाईदीपावली और छठ के बाद सरकारी व निजी विद्यालयों में गुरुवार से पुन: पठन-पाठन आरंभ हो गया. हालांकि करीब एक हफ्ते की छुट्टी के बाद विद्यालयों के खुलने के कारण छात्र-छात्राओं की संख्या अपेक्षाकृत कम दिखी. वही विद्यालयों में शिक्षक भी आराम की मुद्रा में दिखे. गौरतलब है कि पर्व के दौरान सरकारी सहित निजी विद्यालयों में भी अवकाश घोषित किया गया था. इससे पूर्व दुर्गापूजा के अवकाश के बाद सरकारी विद्यालय 26 अक्तूबर को खुले थे, लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण पठन-पाठन धीमी गति से संचालित होता रहा.बैंकों में दिखी भीड़गुरुवार को मुख्यालय सहित जिले के विभिन्न बैंक शाखा में ग्राहकों की भीड़ दिखी. ग्राहक लेन-देन के लिए कतारबद्ध थे. दरअसल छठ के मौके पर सभी बैंक दो दिनों के लिए बंद थे. गुरुवार को बैंक शाखा के खुलते ही ग्राहकों की भीड़ जुटने लगी, जो शाम तक जस की तस बनी रही. इसमें विशेष रूप से छोटे कारोबारियों की संख्या अधिक दिखी. अधिक भीड़ रहने के कारण कुछ शाखाओं में लोगों को असुविधा का सामना भी करना पड़ा.बाजार में छायी रही वीरानगीपर्व की खुमारी केवल सरकारी कार्यालयों में ही नहीं है, बल्कि इसका असर आम लोगों पर भी दिख रहा है. बाजार में गुरुवार को भी वीरानगी छायी रही. दरअसल दीपावली और छठ के दौरान बाजार में काफी चहल-पहल रही. विशेष रूप से लोग पूजन सामग्रियों की खरीद करते दिखे, लेकिन पर्व समाप्ति के साथ ही स्थानीय लोग वापस अपने कामकाज में जुट गये हैं. वही अन्य जिलों से यहां काम करने वाले लोग वापस नहीं लौटे हैं. इसके अलावा कर्मियों के वापस काम पर नहीं लौटने के कारण कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद हैं.कहीं ताला बंद, कहीं ग्राहकों का जमावड़ादीपावली और छठ के दौरान अवकाश पर गये कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के कर्मी अभी भी काम पर वापस नहीं लौटे हैं. इसमें विशेष रूप से होटलों में काम करने वाले कारीगरों की संख्या अधिक है. यही कारण है कि अधिकतर होटलों में जहां गुरुवार को ताला लटका रहा. वही जो होटल खुले थे, वहां भोजन के लिए पूरे दिन ग्राहकों का जमावड़ा लगा रहा. अपनी बारी के लिए लोग इंतजार करते दिखे. वहीं अधिक भीड़ के कारण कुछ लोगों ने भोजन के लिए इंतजार के बजाय कहीं नाश्ता करना ही अधिक मुनासिब समझा.फोटो : 19 पूर्णिया 7, 8परिचय :7 – विद्यालय में कम रही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति8 – बैंक में लेन-देन के लिए पहुंचे ग्राहक

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें