चार दिवसीय महापर्व आरंभ, माहौल हुआ भक्तिमय जलालगढ़. नहाय-खाय व कद्दू भात के साथ ही चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ का आरंभ रविवार से हो गया. छठ के गीत से क्षेत्र का वातावरण भक्ति मय हो गया है. पर्व को लेकर बाजार में कद्दू की बिक्री के अलावे पूजा के सामानों की जम कर खरीदारी हो रही है.
यह महापर्व समाज के सभी जाति वर्गों के सहयोग से निर्माण की गयी सामानों से की जाती है. जो समाज को मजबूत कड़ी में जोड़ने की भूमिका भी निभाती है. रविवार से प्रारंभ होने वाली इस महापर्व में सोमवार को खरना, मंगलवार को अस्ताचलगामी सूर्य तथा बुधवार को उदीयमान सूर्य देव को अर्घ्य के साथ समाप्त हो जायेगा.
चार दिनों तक पर्व व्रती तीन दिनों तक निर्जल उपवास रह कर पूरी निष्ठा से पूजन करते हैं. पर्व को लेकर बाजार में पूजन सामानों की दुकानों में काफी भीड़ देखी जा रही है.
छठ घाट की हो रही तैयारी श्रीनगर प्रतिनिधि के अनुसारप्रखंड क्षेत्र के सभी नौ पंचायत में नहाय-खाय के साथ ही चार दिवसीय छठ व्रत प्रारंभ हो गया है. व्रतियों ने कद्दू भात ग्रहण कर व्रत का अनुष्ठान प्रारंभ किया. सुबह सबेरे से ही छठ व्रतियों का क्षेत्र के नदियों एवं तालाबों में स्नान के बाद व्रत प्रारंभ हुआ.
क्षेत्र में लगभग तीन दर्जन घाटों पर छठ व्रत होता है और भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाता है. सरकारी स्तर पर छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है. व्रती जगैली निवासी सुमित्रा देवी ने बताया कि वह मनिहारी से गंगा जल लायी है. बर्तनों की शुद्धता के लिए उसे गंगाजल से पवित्र किया जायेगा. उसके बाद पर्व के लिए पकवान तैयार किये जायेंगे.