चुनावी अखाड़े में बढ़ी प्रत्याशी की भीड़, दो दर्जन से अधिक हो सकते हैं प्रत्याशी
पूर्णिया : सदर विधानसभा क्षेत्र के अखाड़े में इस बार अप्रत्याशित रूप से दो दर्जन से अधिक प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा सकते हैं. दरअसल विधानसभा चुनाव में नामांकन के लिए अब तक 25 उम्मीदवारों ने नाजिर रसीद कटवा लिया है.
जबकि रविवार को रसीद काटने की प्रक्रिया बंद रही. मतलब यह कि इन 25 लोगों ने तीन दिनों में एनआर कटवाया है. जबकि अभी एनआर व नामांकन के लिए चार दिनों का समय बांकी है.
जाहिर है नामांकन के लिए प्रत्याशियों की संख्या अभी और भी अधिक बढ़ सकती है और यही चिंता निर्वाचन से जुड़े पदाधिकारियों को सताने लगी है. क्योंकि एक इवीएम मशीन पर केवल 16 बटन होते हैं, जिसमें 15 बटन प्रत्याशियों को जारी किया जाता है. वहीं एक बटन नोटा के लिए होता है.
लिहाजा प्रत्याशियों की संख्या बढ़ी तो एक से अधिक इवीएम मशीनों का प्रयोग तय है. बढ़ सकती है अधिकारियों की परेशानीविधानसभा निर्वाचन को लेकर प्रत्याशियों का बढ़ता रुझान पदाधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. 15 से अधिक उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल करने पर दो या उससे भी अधिक इवीएम का प्रयोग करना होगा.
जाहिर है मतदान कर्मियों के लिए भी यह आसान नहीं होगा. साथ ही अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी इवीएम में कोई तकनीकी व्यवधान उत्पन्न ना हो. मतदाताओं के लिए भी चुनाव आसान नहींपूर्णिया सदर विधानसभा क्षेत्र में नामांकन के लिए जिस प्रकार का ट्रेंड दिख रहा है, उससे संभव है कि मतदान के लिए कम से कम दो इवीएम का प्रयोग करना पड़े. ऐसे में मतदाताओं के लिए भी इनमें से प्रत्याशियों का चयन आसान नहीं होगा.
प्रत्याशियों की लंबी फेहरिस्त मतदाताओं के लिए भी उहापोह की स्थिति उत्पन्न कर सकता है. यह भी संभव है कि मतदाताओं का वोट उनके पसंद के प्रत्याशी को ना जा कर किसी और के पाले में चला जाये. कुछ शौकिया भी उतरेंगे मैदान मेंपूर्णिया सदर विधानसभा सीट पर कुछ प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने उतर रहे हैं.
तो कुछ शौकिया प्रत्याशी भी नामांकन दाखिल करने वाले हैं. ऐसे प्रत्याशी चुनाव प्रचार के दौरान भी किसी प्रतिद्वंदी का विरोध करने से बचते नजर आते हैं. इसके अलावा कुछ प्रत्याशी वोट कटवा की स्थिति में होंगे. इनमें से कुछ प्रत्याशी डमी उम्मीदवार होंगे और इनका काम किसी प्रत्याशी के वोट शेयर को नुकसान पहुंचाना होगा.
बागी भी आजमा रहे हैं किस्मतचुनाव मैदान में सभी प्रमुख दलों के प्रत्याशी सहित बागी भी अपनी किस्मत आजमायेंगे. इनमें कुछ प्रत्याशियों ने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर या तो किसी अन्य दल का दामन थाम लिया है, या फिर कुछ निर्दलीय नामांकन के मूड में हैं. हालांकि अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले चार दिनों में अब एनआर की रफ्तार में कमी आयेगी.
साथ ही 19 अक्टूबर को निर्धारित नाम वापसी की आखिरी तिथि तक प्रत्याशियों की संख्या में भी कुछ कमी आयेगी. टिप्पणी-1 :अधिक नामांकन प्राप्त होने पर एक से अधिक इवीएम का प्रयोग करना होगा.
वही संवीक्षा में भी परेशानी बढ़ेगी. इसके लिए समुचित व्यवस्था की जा रही है. रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह, सदर एसडीएम सह निर्वाची पदाधिकारी, पूर्णिया विधानसभाटिप्पणी-2 :प्रत्याशियों की संख्या 15 से अधिक हुई तो दो या उससे अधिक इवीएम का प्रयोग किया जायेगा. हालांकि अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है.
19 अक्टूकर को नाम वापसी के बाद तैयार होने वाली उम्मीदवारों की आखिरी सूची के बाद आवश्यक तैयारी की जायेगी. राम शंकर, उप विकास आयुक्त सह नोडल पदाधिकारी, इवीएम कोषांग, पूर्णिया