पूर्णिया/किशनगंज : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पूर्णिया व किशनगंज में कृषि महाविद्यालय के भवन निर्माण कार्य का उद्घाटन किया. पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय परिसर में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था भी कृषि आधारित है. यहां की 76 फीसदी आबादी कृषि पर बसर करती है. ऐसे में कृषि के बिना कोई भी विकास टिकाउ नहीं हो सकता है. कल का विकास भी कृषि आधारित ही होगा.
बिहार अब नहीं है बीमारू राज्य
पूर्णिया के बाद किशनगंज के पोठिया प्रखंड के अर्राबाड़ी में कृषि महाविद्यालय व कालीदास किस्मत स्थित संचेती टी कंपनी के उद्घाटन पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि बिहार अपने बल पर विकास के पथ पर अग्रसर है. अब यह बीमारू राज्य नहीं है. विकास की रफ्तार आगे भी जारी रहेगी. कुछ लोग सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना चाहते हैं. उनके इस मंसूबे को सफल नहीं होने दिया जाएगा. आपलोग भरोसा रखें. आगे भी मैं ही आऊंगा. बिहार को विकास की ओर लेकर जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा. आपके भरोसे और उम्मीद पर खरा उतरूंगा. कृषि कॉलेज का निर्माण बिहार सरकार की राशि से हुआ है. यह मेरा सपना था, जो साकार हुआ है.
कृषि की पढ़ाई के लिए भी आगे आयें युवा
पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री महाविद्यालय के भवन का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि कृषि की महत्ता को देखते हुए पहले वर्ष 2008 में कृषि रोड मैप और फिर दुबारा 2012 में मैप के आधार पर कृषि क्षेत्र में नयी ऊंचाईयां छूने की कोशिश की जा रही है. रोड मैप में सिंचाई है तो सड़क भी और भंडारण के साथ प्रसंस्करण की सुविधा की भी व्यवस्था की जा रही है. इसमें कृषि के साथ-साथ दलहन, तेलहन, सब्जी, दूध, मांस-मछली भी शामिल है. उन्होंने कहा कि 19 करोड़ पौधे हरियाली मिशन के तहत लगाये गये हैं और वन क्षेत्र बढ़ कर 13 फीसदी तक पहुंच गया है. कहा कि कृषि का संबंध रचनात्मक विधा से है. केवल मेडिकल और इंजीनियरिंग ही विकल्प नहीं है. युवकों को कृषि की पढ़ाई के लिए आगे आना चाहिए. क्योंकि जलवायु बदल रहे हैं और इस दिशा में बेहतर काम किये जाने की जरूरत है. ऐसे में कल के भविष्य के लिए कृषि पर गंभीरता से विचार करना ही होगा.
चाय उत्पादक राज्यों में बिहार का नाम देश में शामिल
कालीदास किस्मत स्थित ग्रामीण विकास अभिकरण के सौजन्य से टी प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग इकाई में संचेती टी कंपनी के कार्य का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि किशनगंज जिला में चाय का एक फिर नया अध्याय जुड़ गया है. चाय उत्पादक राज्यों में किशनगंज ने बिहार का नाम देश में शुमार किया है. किशनगंज जिले की अपनी चाय पूरे बिहार के लोग पियें. ताकि दूसरे राज्य के लोग भी यहां के चाय की खोज करें. किशनगंज जिला गरीबों का दार्जीलिंग है. यहां से उत्पादित चाय आनेवाले समय में पूरे देश में बिके और बिहार का ब्रांड हो. उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निविदा समिति की बैठक में एकल निविदा के आधार पर संचेती टी कंपनी को 10 वर्षों के लिए फैक्टरी के संचालन की जिम्मेदारी दी गयी है. इस संविदा समिति की बैठक में निर्णय हुआ है कि चालू होने के बाद रॉयल्टी की गणना वास्तविक उत्पादन पर होगी.
कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
पूर्णिया व किशनगंज में आयोजित कार्यक्रम को कृषि मंत्री विजय कुमार चौधरी और कृषि उत्पादन आयुक्त विजय प्रकाश ने भी संबोधित किया. इस मौके पर काबीना मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, भवन निर्माण मंत्री दामोदर रावत, लेसी सिंह, दुलालचंद गोस्वामी, बीमा भारती, सांसद संतोष कुशवाहा, विधायक आफाक आलम, हाजी सुबहान, पूर्व विधायक शिवचरण मेहता, सूर्य नारायण यादव, जितेंद्र यादव, आमोद मंडल, दिवाकर चौधरी आदि मौजूद थे.