पूर्णियाः भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक पंडित दीन दयाल उपाध्याय की 97वीं जयंती समारोह का आयोजन पार्टी के मधुबनी स्थित भाजपा कार्यालय में हुआ. सर्वप्रथम दीप प्रज्वलित कर व पंडित जी के तेल चित्र पर माल्यार्पण किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल रंजन वर्मा ने की. उन्होंने पंडित दीन दयाल की जीवनी पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा कि वे सादगी के प्रतिमूर्ति थे. सादा जीवन उच्च विचार यही उनका संदेश था. उनके द्वारा लिखित पुस्तक एकात्म मानववाद न केवल अनुकरणीय है, बल्कि आदर्श भी है. जिला प्रवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने कहा कि वे कुशल संगठन कर्ता थे. प्रचारक थे तथा वहीं से जनसंघ में आये. 1968 ई में वे जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. जिला उपाध्यक्ष राजीव कुमार नन्म 25 सितंबर 1916 ई में मथुरा जिले में हुआ था. जिला महामंत्री राजू मंडल ने कहा कि राष्ट्र धर्म जैसी लोकप्रिय पत्रिका की शुरुआत उन्होंने की थी. पाचजन्य एवं संदेश नामक दैनिक की शुरुआत भी उन्होंने ही की थी. जिला महामंत्री शैलेंद्र सिंह ने कहा कि उनके द्वारा बताया गया मार्ग अंत्योदय आज भी लोकप्रिय है. समाज के सबसे नीचे तबके के उत्थान के बिना राष्ट्र का कल्याण नहीं हो सकता है. भाजपा नेता निहारचंद ने कहा कि उनकी लोकप्रियता उस समय देखने को मिली जब केरल में जनसंघ का अधिवेशन हुआ था. जिस केरल में कम्युनिस्टों का प्रभाव था वहां उन्होंने केसरिया लहरा दिया.
इस मौके पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष वीणा सूद, झुन्नु कुमारी, कोषाध्यक्ष वेणी प्रसाद पटोदिया, विजय खेमका, ललन सिंह, नारायण कुमार गुप्ता, कैलाश साह, मुकेश गुप्ता, परितोष भारती, संजय मिर्धा, रमन कुमार साह, शीला मेहता, संगीता वर्मन, पुतुल देवी, मीना देवी सहित अनेकों कार्यकर्ता मौजूद थे.