डगरुआ : प्रखंड के कोहीला गांव में पिछले तीन दिनों से चल रहा सत्संग संपन्न हो गया. सत्संग में मुख्य महंत पलटू दास बाबा मानव द्वारा भौतिक एवं शारीरिक सुख की होड़ के बीच सामाजिक समरसता के तार-तार होने पर क्षोभ प्रकट किया. उन्होंने कहा कि गलत संगतों में पड़ कर भी जो गलत नहीं करता है वैसा प्राणी विभीषण कहलाता है
गुरु के महत्व को समझाते हुए बताया कि गुरु एक सुरक्षा कील के समान हैं, जिसके नजदीक रहने से व्यक्ति कभी नष्ट भ्रष्ट नहीं हो सकता. सत्संग समागम में ऑरगन वादक विजय बिहारी, बैंड वादक मुरलीधर, नाल वादक पप्पू. सत्संग समागम में कुरैठा से आयी कंचन दासी पलटू बाबा के लिए स्वागत भजन गाये एवं अन्य प्रस्तुतियां दी.
इसके अलावा विश्वनाथ दास, बिंदेश्वरी दास, राम विलास दास, सत्यनारायण दास, विश्वशर्मा, एवं सुनीला ने महत्वपूर्ण प्रस्तुति दी. कार्यक्रम में गांव के बिजली मालाकार, मोहन मालाकार, दिलीप कुमार विश्वास, सुरेश मालाकार, सुधीर मालाकार, सुबोध मालाकार, रवींद्र मालाकार, संजय, जयकरण सहित कुंदन रजक, पवन मंडल, भानू मंडल, टुनटुन मंडल आदि पंचायत वासी ने सत्संग में भाग लिया.