इधर, उस पर स्टॉकिस्टों के चार लाख रुपये बकाये के भुगतान के लिए काफी दबाव दिया जा रहा था. इससे वह काफी घबरा गया और पूर्णिया से कहीं बाहर भाग कर नयी जिंदगी शुरू करने की योजना बनायी. 12 फरवरी को वह अपने घरवालों को गुलाबबाग जाने के लिए कह कर बाइक से निकला. बाइक डगरूआ स्थित बंजारा ढाबा के निकट लगा दिया. वहां से टेंपो पकड़ कर वह पूर्णिया बस स्टैंड आया, जहां एक मोबाइल की दुकान से फर्जी सिम खरीदी और बस पकड़ कर पटना चला गया. 13 फरवरी को वह पटना के गांधी मैदान स्थित एक एटीएम से एक सौ रुपये की निकासी कर बैंक खाते की रकम की जांच की.
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कारोबारी प्रेशर: उधारी के कारण मानसिक तनाव में था व्यवसायी, भाग कर चला गया था सतना
पूर्णिया: आठ दिनों से अपहृत व्यवसायी को पुलिस ने बरामद कर लिया है. उक्त व्यवसायी ने रुपये के लेन-देन के दबाव में खुद को गायब कर लिया था. पुलिस ने उसे मध्यप्रदेश के सतना से ढूंढ़ निकाला. यह जानकारी देते हुए एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने बताया कि डगरूआ थाना क्षेत्र के अमना गांव के […]
पूर्णिया: आठ दिनों से अपहृत व्यवसायी को पुलिस ने बरामद कर लिया है. उक्त व्यवसायी ने रुपये के लेन-देन के दबाव में खुद को गायब कर लिया था. पुलिस ने उसे मध्यप्रदेश के सतना से ढूंढ़ निकाला.
यह जानकारी देते हुए एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने बताया कि डगरूआ थाना क्षेत्र के अमना गांव के मो यूनुस का पुत्र साहउद्दीन पिछले 12 फरवरी से गायब था. पिता की ओर से डगरूआ थाना कांड संख्या 39/15 में अपने पुत्र के अपहरण का मामला दर्ज कराया था. साहउद्दीन गांव में गृह निर्माण सामग्री की दुकान करता था. एसपी ने बताया कि साहउद्दीन रुपये के लेनदेन के दबाव में मानसिक रूप से परेशान था. उसने गृह निर्माण के लिए लोगों को सामग्री उधार दे रखी थी, जो उधारी करीब सात लाख हो गयी थी. काफी तगादा के बावजूद उसके फंसे रकम लौटाये नहीं गये थे.
उसने पाया कि उसके खाते में बकायेदारों ने रुपये नहीं डाले हैं. वहां से वह पटना रेलवे स्टेशन पहुंचा और सतना (मध्य प्रदेश) चला गया. जहां एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में साढ़े सात हजार रुपये महीने की नौकरी करने लगा. एसपी ने बताया कि साहउद्दीन की बरामदगी को लेकर एक टीम गठित की गयी और और बारीकी से अनुसंधान शुरू किया गया. सभी साक्ष्य जुटाये गये, जिससे यह खुलासा हो गया कि साहउद्दीन का मामला अपहरण का नहीं बल्कि वह खुद अपने को गायब कर लिया है. अनुसंधान के क्रम में पुलिस को साहउद्दीन के सतना में होने का पता चला. टीम के दो अधिकारियों को सतना भेजा गया, जहां उसे नाटकीय ढंग से बरामद कर पूर्णिया लाया गया.
एसपी ने बताया कि साहउद्दीन ने खुद कबूल किया कि कर्ज के दबाव में आकर वह गायब हो गया था. कांड के उद्भेदन में विशेष शाखा के एसआइ आदित्य कुमार, डगरूआ थाना के जेएसआइ ओम प्रकाश, मुफस्सिल थानाध्यक्ष अवधेश कुमार, सहायक खजांची थानाध्यक्ष प्रशांत भारद्वाज आदि शामिल थे.
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