पूर्णिया : सदर थाना क्षेत्र के बसंतपुर में समस्तीपुर से पहुंची पुलिस टीम की छापेमारी में 14 प्राचीन मूर्तियां बरामद की गयी. छापेमारी में सदर पुलिस व मुफस्सिल पुलिस की अहम भूमिका रही. करीब 10 दिन पूर्व समस्तीपुर जिले के सरायरंजन स्थित ठाकुरबाड़ी से राम, कृष्ण एवं अन्य देवी देवताओं की 14 मूर्तियां चोरी हुई थी. चोरी गयी मूर्तियों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 50 करोड़ रुपये बतायी जा रही है.
सोने की है तीन मूर्ति : समस्तीपुर पुलिस टीम अनुसंधान के दौरान कटिहार जिले के मनिहारी थाना पहुंची. जहां से थानाध्यक्ष रंजन कुमार सिंह को साथ लेकर थाना क्षेत्र के कालीगंज कठोतिया पहुंच कर मो शाहनवाज एवं मो फारूख को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार मूर्ति चोर की निशानदेही पर समस्तीपुर पुलिस टीम सदर पुलिस व मुफस्सिल पुलिस के सहयोग से सदर थाना के बसंतपुर स्थित मो अनवारूल के घर छापेमारी की.
छापेमारी में सरायरंजन ठाकुरबाड़ी से चोरी हुई सभी 14 मूर्तियां बरामद कर ली गयी. पुलिस ने मूर्ति चोरी में इस्तेमाल अनवारूल के तबेरा गाड़ी को भी जब्त किया है. छापेमारी से पूर्व अनवारूल फरार हो गया था. पुलिस सूत्रों के अनुसार मूर्ति चोरी मामले में अनवारूल की मुख्य भूमिका थी. बताया गया कि मूर्ति चोर गिरोह का भी वह मुख्य सरगना है. पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है. छापेमारी में शामिल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि बरामद 14 मूर्तियों में तीन मूर्तियां सोने की है, जिसका वजन लगभग 1.20 क्विंटल है.
चोरी में कई सफेदपोशों की संलिप्तता : मूर्ति चोरी मामले में मनिहारी से गिरफ्तार दो चोरों ने कई अहम जानकारियां दी है. इस मामले में एक दर्जन अन्य लोगों की संलिप्तता उजागर हुई है. इनमें अधिकांश ऐसे सफेदपोश लोग हैं जो इन चोरों को संरक्षण देकर मंदिरों से प्राचीन मूर्तियों की चोरी करवाते हैं.
गिरफ्तार चोरों से पूरी जानकारी के बाद ही ऐसे सफेदपोश लोगों पर हाथ डाला जायेगा. करीब दो दशक से पूर्णिया जिले में हुई मूर्ति चोरी की घटनाओं के पीछे भी सफेदपोशों की संलिप्तता उजागर हुई थी. हालांकि इनकी पहुंच की वजह से गिरफ्तारी नहीं हो पायी. इधर एसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि समस्तीपुर में हुई मूर्ति चोरी मामले में वहां से पहुंची पुलिस टीम को पूरा सहयोग दिया गया और चोरी हुई सभी 14 मूर्तियां बरामद की गयी है.