संवाददाता, पटना
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शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस. सिद्धार्थ ने शिक्षा की बात, हर शनिवार में सवालों का जवाब देते हुए कहा है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन तक के छात्रों को भोजपुरी में पढ़ाया जायेगा. उन्होंने कहा कि स्कूलों में टाइम मैनेजमेंट भी सिखाया जायेगा, ताकि शिक्षक के साथ छात्र अपने सभी काम समय से पूरा कर लें. स्कूलों में प्रार्थना, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम तेज आवाज में होगा. इसके लिए लाउडस्पीकर लगाया जायेगा.ऐसा करने के पीछे शिक्षा विभाग का उदेश्य है कि स्कूल में होने वाले कार्यक्रम की आवाज ग्रामीणों तक पहुंचे. डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि इससे स्कूलों में होने वाले गतिविधियों के बारे में सभी लोगों को जानकारी मिलेगी. साथ ही जो छात्र गैर हाजिर होते है, उनके अभिभावकों को भी पता चलेगा कि स्कूल में पढ़ाई हो रही है और उनका बच्चा घर पर है. इससे अभिभावक खुद अपने बच्चों को खुद स्कूल तक पहुंचा देंगे. उन्होंने कहा कि स्कूलों में छात्रों के नामांकन को बढ़ाने के लिए मुखिया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका दीदी लोगों के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान प्रत्येक लोगों को समझा करके उनके बच्चों का नामांकन स्कूल में करायेंगे. उन्होंने कहा कि चेतना सत्र में गैर शिक्षक कार्य होगा. छात्रों को राष्ट्रगीत, राष्ट्रगान, प्रार्थना, योगा, राष्ट्रभावना को जागृत करने वाले एक्टिविटी सिखायी जायेगी. उन्होंने कहा लोगों को सम्मान, किससे किस तरह से बात किया जाए, साफ-सफाई के बारे में भी बताया जायेगा. बिहार के छह जिलों में स्थित 30 स्कूलों में एक मई से ऑनलाइन अटेडेंस बनेगा. शिक्षक और छात्र अपनी हाजिरी ऑनलाइन बनायेंगे. इस दौरान चेहरे का मिलान होगा. अटेडेंस के साथ ही मिड डे मिल का भी रिकॉर्डिंग किया जायेगा. इससे पता चलेगा कि स्कूल में कितने छात्रों ने भोजन किया. उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर जो नंबर है. वहीं, टॉल फ्री नंबर है. उसपर ही अपना शिकायत-सुझाव दें. डिजिटल लैब की भी स्थापना करने की दिशा में काम चल रहा है.
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