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National Walking Day : सुबह की सैर के कई लाभ, पटना में मॉर्निंग वॉकर्स के लिए ये हैं बेस्ट स्पॉट

पटना में रह रहे लोगों ने वॉकिंग को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल किया है. इसे वह सुबह की ताजगी और हवा में फूलों की खुशबू के साथ स्वस्थ व सकारात्मक दिन की शुरुआत के रूप में देखते हैं. शहर के विभिन्न स्पॉट पर मॉर्निंग वॉक में शामिल होने वाले लोगों ने अपना अनुभव साझा किया है. पेश है हिमांशु देव की रिपोर्ट...

National Walking Day : हर साल अप्रैल महीने के पहले बुधवार को नेशनल वॉकिंग डे (National Walking Day) मनाया जाता है. दरअसल, पैदल चलना बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, न केवल हृदय स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए भी. नेशनल वॉकिंग डे की शुरुआत साल 2007 में लोगों को स्वस्थ बनाने के एक सरल तरीके के रूप में हुई थी. 

जैसे-जैसे वसंत का मौसम आता है और दिन लंबे होते जाते हैं. इसलिए, अप्रैल का पहला बुधवार नियमित रूप से चलने की नयी आदत अपनाने या किसी पुरानी आदत को फिर से शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने का सही समय है.

National Walking Day : मॉर्निंग वॉक के पांच फायदे

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि सुबह की सैर हड्डियों के घनत्व को बढ़ाती है. टहलने से न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक क्षमता भी बढ़ जाती है एवं तनाव दूर होता है. इस मौसम में प्रतिदिन कम से कम 2-3 किलोमीटर व सप्ताह में पांच दिन अवश्य सैर करनी चाहिए. मॉर्निंग वॉक के क्या है फायदे आइए जानते हैं :-

1. दूर होती है अनिद्रा की समस्या: तनाव के कारण नींद पूरी नहीं होती. कई बार तो नींद लेने के लिए उन्हें नींद की गोलियां तक खानी पड़ती हैं. पर कुछ देर सुबह वॉक करने से यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाती है. इससे व्यक्ति का मन शांत होता है, स्मरण शक्ति बेहतर होती है और लोग पूरे दिन ऊर्जा से भरे रहते हैं.

2. डिप्रेशन से होता है बचाव : आज के समय में लोगों पर इतना ज्यादा दबाव है कि वे तनावग्रस्त बने रहते हैं और इसी स्थिति के बीच कब डिप्रेशन में आ जाते हैं, उन्हें अहसास भी नहीं होता. ऐसे में मॉर्निंग वॉक से मानसिक शक्ति मजबूत होती है. मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है.  

3. फेफड़ा रहता है सुरक्षित   : हमारे जीवन के लिए जितना जरूरी हार्ट की सेहत है, उतनी ही लंग्स की भी है. लंग्स को सुरक्षित और तंदुरुस्त बनाए रखने में मॉर्निंग वॉक काफी लाभकारी है.

4. दिल रहता है दुरुस्त : मोटापा, बीपी व कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं आम हो गयी है. इनकी वजह से दिल की सेहत पर असर पड़ता है और हार्ट संबंधी समस्याओं का रिस्क बढ़ता है. रोजाना आधा से एक घंटे की मॉर्निंग वॉक से वजन और कोलेस्ट्रॉल कम होता है, बीपी नियंत्रित रहता है और दिल की सेहत दुरुस्त रहती है.

5. डायबिटीज रहता है नियंत्रित : 
डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है. इसकी दवाएं व्यक्ति को ताउम्र खानी पड़ती है. तमाम रिसर्च बताती हैं कि यदि व्यक्ति नियमित तौर पर सैर करे तो वो डायबिटीज को नियंत्रित रख सकता है. मॉर्निंग व इवनिंग वॉक भी डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है.

National Walking Day : पटना में कहां-कितने आ रहे मॉर्निंग वॉकर

मॉर्निंग वॉक करने में शहर में मौजूद पार्कों के अलावा जू में बड़ी संख्या में लोग रोजाना आते हैं. यहां आने वाले अधिकांश लोगों ने मॉर्निंग वॉक को अपने दिनचर्या में शामिल किया हुआ. इससे उन्हें शारीरिक और मानसिक दोनों फायदे होते हैं. फिजिकली फिट रहने के साथ दिनभर स्फूर्ति से भरे रहते हैं. जहां एक ओर जू में हर दिन 1000 मॉर्निंग वॉकर, इको पार्क में 700, शिवाजी पार्क में 800 वॉकर के अलावा अन्य पार्कों में इसकी संख्या 500 या इससे ज्यादा है.

National Walking Day : मॉर्निंग वॉकर्स के लिए बेस्ट स्पॉट

  • संजय गांधी जैविक उद्यान
  • इको पार्क
  • एसके पुरी पार्क
  • गांधी मैदान
  • कदमकुआं शाखा मैदान
  • वीर कुंवर सिंह आजादी, हार्डिंग पार्क
  • कुम्हरार पार्क
  • शास्त्री नगर पार्क
  • राजवंशी नगर पार्क
  • सीडीए कॉलोनी पार्क
  • शिवाजी पार्क
  • एजी कॉलोनी पार्क
  • गोलघर पार्क

National Walking Day : मॉर्निंग वॉकर्स ने बताये, सुबह की सैर का लाभ

1. सर्विस होने के बाद साल 1952 से मैं पटना में रह रहा हूं. सेकेंडरी एजुकेशन के निदेशक के रूप में कार्यरत था. बक्सर का रहने वाला हूं. वहां, अपने कॉलेज में स्पोर्ट्स में हमेशा भाग लेता थी. तब छह से सात किलो मीटर प्रतिदिन दौड़ लगाता था. इससे हमेशा फिट रहने में मदद मिली है. अभी उम्र 98 चल रही है, तो पार्क में एक किलोमीटर टहलता हूं. इसके अलावे व्यायाम भी करता हूं. मेरे साथ मेरी मिसेज भी आती हैं. – रामनरेश राय, एसके पुरी पार्क

2. यूपीएससी की तैयारी के लिए मैं पांच साल से पटना में रह रही हूं. पढ़ाई के लिए कई बार देर रात तक जागने की आदत हो गयी थी. इससे दिन में आलसपन व रात में नींद नहीं आने की समस्या हो गई. जिसके बाद मैं मॉर्निंग वॉक पर आने लगी. हॉस्टल से 25 मिनट में पार्क पहुंच जाती हूं. यहां सूर्य की किरणों के नीचे, पेड़ों की हवाओं व फूलों की खुशबू के बीच चार से पांच किलोमीटर वॉक करती हूं. इससे नींद भी आने लगी और पढ़ाई में मन भी लगने लगा. – शिक्षा, एसके पुरी पार्क

3. सुबह एक घंटे दोस्तों के साथ मॉर्निंग वॉक करता हूं. इस बीच हंसी मजाक भी होती है. मैं व्यापारी हूं. लेकिन, एक घंटा बाकी बचे 23 घंटे के टेंशन को खत्म कर देता है. मेरे साथ करीब 30 अन्य लोग साथ में आते हैं. प्रतिदिन करीब छह किलोमीटर तक पैदल चलता हूं. यह सिलसिला पिछले 17 वर्षों से चल रहा है. सुबह चलने से ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन भी मेंटेन रहता है. – वीरेंद्र कुमार, चिड़ियाघर

4. मैं पिछले दस वर्षों से अपनी दोस्त नम्रता के साथ मॉर्निंग वॉक पर आ रही हूं. वह कंकड़बाग की रहने वाली है कुछ वर्षों से कोलकाता में रहने लगी है. लेकिन, जब भी आती है तो हम दोनों वॉक पर ही मुलाकात करते हैं. क्योंकि, जहां चिड़ियों की चहचहाहट, सूर्य की हल्की किरणें, हरे भरे पेड़-पौधे, शांत वातावरण एक साथ हो उससे बेहतर कोई जगह हो ही नहीं सकती. नाश्ते के तौर पर ताड़गोला को हम लेते हैं, जिसे पेट के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. – कीर्ति, चिड़ियाघर

5. मॉर्निंग वॉक बेस्ट एक्सरसाइज है. हर उम्र के लोगों को इसे अपनाना चाहिए. मैं पिछले 16 वर्षों से मॉर्निंग वॉक पर आ रहा हूं. अब चार के दिन के बाद पांचवें दिन न आएं तो लगता है कि कुछ खो सा गया है. खास बात यह है कि इसमें कोई इक्विपमेंट की जरूरत नहीं होती है. लेकिन फायदे अनेक हैं. मॉर्निंग वॉकर की ब्लड सर्कुलेशन बेहतर, डायबिटीज के खतरे कम, हार्ट हेल्दी, इम्यूनिटी मजबूत आदि रहता है. इस फर्क को मैंने खुद भी एक्सपीरियंस किया है. – जगजीवन सिंह, चिड़ियाघर

6. मैं पिछले 12 वर्षों से मॉर्निंग वॉक पर आ रहा हूं. मेरे साथ अब मेरी पत्नी निकिता गुप्ता भी आती हैं. इससे हम दोनों स्वस्थ और फिट हैं. शहर में ज्वेलरी का शॉप चलाता हूं. वहां पूरे दिन पॉजिटिव व एनर्जेटिक रहने में मॉर्निंग वॉक मेरी मदद करता है. इसके अलावे पॉजिटिव एनर्जी भी अपने भीतर महसूस करता हूं. स्वास्थ्य की दृष्टि से कम से कम एक घंटे का समय तो देना ही चाहिए. – विशाल गुप्ता, इको पार्क

क्या कहते हैं चिकित्सक

रोजाना एक स्वस्थ व्यक्ति को 30-40 मिनट का सुबह की सैर यानी कि मॉर्निंग वॉक करना चाहिए. इसके कई सारे फायदे भी है. सबसे पहले तो सुबह टहलने से फ्रेश ऑक्सीजन आपके शरीर में जाता है जो अंगों के लिए लाभदायक होता है. एंडॉर्फिन हार्मोन रिलीज होने से आपका मूड एनर्जेटिक रहता है. कैलोरी बर्न की वजह से वेट लॉस में मदद मिलती है. मसल, बोन और ज्वाइंट मजबूत होते हैं.

– डॉ दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ फिजिशियन

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