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सीबीएसइ कार्यालय पहुंचे, निदेशक ने कहा- नीट मेरे क्षेत्राधिकार में नहीं

नीट. एआइएसएफ के साथ अभ्यर्थियों का आक्रोश मार्च पटना : नॉन एफिलिएटेड स्कूल में नीट का केंद्र कैसे बना, केंद्राधीक्षक के बदले फोर्थ ग्रेड कर्मचारी प्रश्नपत्र लाना कैसे चला गया, प्रश्नपत्र का बक्सा टूटा हुआ कैसा मिला, इन सवालों का जवाब जानने के लिए बुधवार को नीट अभ्यर्थियों ने आक्रोश मार्च निकाला. एआइएसएफ के नेतृत्व […]

नीट. एआइएसएफ के साथ अभ्यर्थियों का आक्रोश मार्च
पटना : नॉन एफिलिएटेड स्कूल में नीट का केंद्र कैसे बना, केंद्राधीक्षक के बदले फोर्थ ग्रेड कर्मचारी प्रश्नपत्र लाना कैसे चला गया, प्रश्नपत्र का बक्सा टूटा हुआ कैसा मिला, इन सवालों का जवाब जानने के लिए बुधवार को नीट अभ्यर्थियों ने आक्रोश मार्च निकाला. एआइएसएफ के नेतृत्व में आक्रोश मार्च शेखपुरा मोड़ से सीबीएसइ ऑफिस पहुंचा. कुछ अभ्यर्थी क्षेत्रीय कार्यालय निदेशक के कमरे तक पहुंच गये. लेकिन, कुछ कर्मचारियो ने अंदर से कमरा बंद कर दिया.
इसके बाद संबंधित थाने को सूचना दी गयी. पुलिस तुरंत यहां पहुंच गयी. पुलिस के समझाने पर अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल की क्षेत्रीय निदेशक से वार्ता हुई. सारी बातें सुनने के बाद क्षेत्रीय निदेशक लखन राम मीणा ने कहा कि नीट की सारी तैयारी दिल्ली सीबीएसइ की ओर से होता है. नीट उनके क्षेत्राधिकार में नहीं है.
हमारा काम केवल बोर्ड परीक्षा लेना है : क्षेत्रीय निदेशक ने अभ्यर्थियों से कहा कि उनका काम केवल 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा लेना है. बोर्ड परीक्षा के अलावा जो भी प्रतियोगी परीक्षाएं होती हैं, वह सीबीएसइ दिल्ली से आयोजित की जाती है. परीक्षा की तैयारी से लेकर परीक्षा लेने की पूरी जिम्मेवारी सीबीएसइ दिल्ली की होती है. केंद्राधीक्षक से लेकर आॅर्ब्जबर भी सीबीएसइ दिल्ली से ही रखे जाते हैं. परीक्षा के लिए केंद्र बनाये जाने का भी निर्णय सीबीएसइ दिल्ली से ही होता है.
सुबह 11.30 बजे तमाम अभ्यर्थी सीबीएसइ क्षेत्रीय कार्यालय पहुंच गये थे. पहुंचने के साथ ही अभ्यर्थियों ने मुख्य गेट को तोड़ने की कोशिश की. लेकिन, गार्ड ने गेट खोल दिया. करीब आधा घंटा तक अभ्यर्थियों ने नारेबाजी भी की. कुछ अभ्यर्थी दूसरी मंजिल तक पहुंच गये, लेकिन गार्ड ने सभी को बाहर निकाल दिया. पुलिस के आने के बाद अभ्यर्थी शांत हुए.
क्षेत्रीय निदेशक से अभ्यर्थियों ने कई सवाल किये. क्षेत्रीय निदेशक ने साफ कहा कि नीट क्षेत्रीय निदेशक के क्षेत्राधिकार में नहीं है. अभ्यर्थी करीब दो घंटे तक अपनी मांगों को लेकर यहां डटे रहे. आक्रोश मार्च में छात्र नेता आलोक तिवारी, सरोज कुमार, तपेंद्र यादव, प्रेम किशन, पंकज, रंजीत, प्रवीण और एआइएसएफ के सचिव सुशील कुमार और सह सचिव आकाश कश्यप शामिल थे.
एक से अधिक फाॅर्म भरने व रजिस्ट्रेशन करानेवालों को बीसीइसीइ ने बुलाया
पटना. किसी अभ्यर्थी ने तीन बार फाॅर्म भर दिया, तो किसी ने कई बार रजिस्ट्रेशन करा लिया.ऑनलाइन होने के कारण ऐसे अभ्यर्थी बीसीइसीइ की नजर में आ गये हैं. ऐसे अभ्यर्थियों को बीसीइसीइ कार्यालय में बुलाया गया है, जो अभ्यर्थी आवेदन में सुधार के लिए बीसीइसीइ ऑफिस नहीं आयेंगे, उनके आवेदन रद्द कर दिये जायेंगे. ऐसे अभ्यर्थियों का एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जायेगा. आवेदन सही करने के लिए बीसीइसीइ ने अभ्यर्थियों को 22 से 27 मई तक का समय दिया है.

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