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पेयजल संकट वाले इलाके में गाड़े जायेंगे 1600 चापाकल
चापाकल गाड़ने में खर्च होंगे नौ करोड़ पटना : पेयजल संकट वाले इलाके में नये चापाकल गाड़े जायेंगे. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग उन जिले में नये चापाकल गाड़ेगा जहां गरमी में जलस्तर नीचे चला जाता है. साथ ही जहां आबादी के अनुसार चापाकल की संख्या कम है उस इलाके में नये चापाकल लगाये जायेंगे. विभाग […]
चापाकल गाड़ने में खर्च होंगे नौ करोड़
पटना : पेयजल संकट वाले इलाके में नये चापाकल गाड़े जायेंगे. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग उन जिले में नये चापाकल गाड़ेगा जहां गरमी में जलस्तर नीचे चला जाता है. साथ ही जहां आबादी के अनुसार चापाकल की संख्या कम है उस इलाके में नये चापाकल लगाये जायेंगे.
विभाग 1600 नये चापाकल पेयजल संकट वाले ग्रामीण इलाके में गाड़ेगा. विभाग को आपदा मद में नये चापाकल गाड़ने की स्वीकृति मिली है. विभाग ने कोसी इलाके को छोड़कर संकटवाले इलाके खासकर दक्षिण बिहार सहित अन्य जिले में नये चापाकल गाड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. नये चापाकल गाड़ने का काम गया, औरंगाबाद, भभुआ, रोहतास, शेखपुरा, जमुई, बांका, भागलपुर, नवादा, मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिले में होगा. विभाग ने वाटर लेबल नीचे जानेवाले जिले के कार्यपालक अभियंताओं को उन इलाके को चिह्नित करने का निर्देश दिया है. जहां गरमी में पेयजल संकट अधिक होता है. नये चापाकल गाड़ने पर लगभग नौ करोड़ खर्च होंगे. विभाग ने नये चापाकल को गाड़ने का काम शुरू कर दिया है. खासकर दक्षिण बिहार के जिले में जहां वाटर लेबर नीचे जाने से पेयजल संकट होता है वहां नये चापाकल गाड़ा जा रहा है.
विभाग ने उन इलाके में नये चापाकल गाड़ने के लिए वर्क ऑर्डर स्वीकृत करते हुए राशि भी उपलब्ध करायी है. साथ ही पेयजल संकटवाले इलाके में खराब चापाकल की मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. खराब चापाकल की मरम्मत को लेकर मोबाइल रिपेयरिंग यूनिट काम कर रहा है.
ऐसे जिले में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर पेयजल की समस्या का समाधान किया जा रहा है. सूत्र ने बताया कि जिस इलाके में आबादी के अनुसार चापाकल की संख्या कम है वहां नये चापाकल लगाये जायेंगे. इस मद में संबंधित जिले से रिपोर्ट आने पर वहां नये चापाकल लगाने का ऑर्डर स्वीकृत होगा.
चापाकल गाड़ने पर नौ करोड़ होंगे खर्च नये चापाकल गाड़ने पर नौ करोड़ खर्च होंगे. पीएचइडी को आपदा मद में नये चापाकल गाड़ने की स्वीकृति मिली है. इसके लिए आपदा मद में राशि मिली है.
वर्जन जिन इलाके में गरमी में वाटर लेबल नीचे चला जाता है वहां प्रमुखता से नये चापाकल लगाने को कहा गया है. पेयजल संकट वाले इलाके में खराब चापाकल की मरम्मत का काम तत्परता के साथ करने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है.
कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, मंत्री
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