पटना : विश्व बैंक ने बिहार सरकार के उद्योग विभाग को बांग्लादेश में चल रहे गारमेंट और टेक्सटाइल कलस्टर को देखने और अनुभव प्राप्त करने के उद्देश्य से बांग्लादेश आने के लिए आमंत्रित किया है. इसको लेकर बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन को भी उद्याेग विभाग से आमंत्रण मिला है. लेकिन, इनके अधिकारी वीजा नहीं मिलने के कारण वहां नहीं जा पायेंगे. इससे उद्योग संघ में रोष है.
मिली जानकारी के अनुसार 25 अप्रैल की शाम को इन्हें जानकारी मिली कि पांच दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश जाना है. जब उद्योग संघ के अधिकारियों ने वीजा बनाने के संबंध में वीजा कंस्लटेंट से संपर्क किया तो जानकारी मिली की इतने कम समय में वीजा मिलना संभव नहीं है.
कम से कम तीन दिन का वर्किंग डे होना चाहिए. इसलिए, वीजा बनना संभव नहीं है. इस कारण उद्योग संघों के अधिकारी कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष पीके अग्रवाल, गणेश खेतड़ीवाल, नवीन कुमार मोटानी तथा बिहार उद्योग संघ के अध्यक्ष राम लाल खेतान, रूपेश अग्रवाल तथा संजय गोयनका का नाम इस पांच दिवसीय यात्रा में शामिल हैं.
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राम लाल खेतान ने बताया कि पांच दिवसीय यात्रा (1 मई से पांच मई) पर बांग्लादेश जाने का आमंत्रण उद्याेग विभाग से मिला था, लेकिन वीजा के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाने के कारण वीजा नहीं बन पाया. इसलिए, उद्योग संघ के अधिकारी नहीं जा पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में सफलता पूर्वक चल रहे गारमेंट और टेक्सटाइल उद्योग को देखने और वहां के अधिकारियों से मिलने का कार्यक्रम था. खेतान ने उद्योग विभाग से दौरे को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था, लेकिन अब तक विभाग से कोई जवाब नहीं मिला.