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513 खाली सीटों के लिए 2000 से अधिक अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग
पटना : पटना जिले के नगर निगम में माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति में 513 सीटाें के लिए गुरुवार को दयानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय, बोरिंग रोड में काउंसेलिंग की गयी. इनमें उच्चतर माध्यमिक स्कूलाें में 139 और माध्यमिकस्कूलों में 374 रिक्तियों के लिए काउंसेलिंग हुई. इसमें पूरे बिहार से लगभग तीन हजार से अधिक […]
पटना : पटना जिले के नगर निगम में माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षक नियुक्ति में 513 सीटाें के लिए गुरुवार को दयानंद उच्च माध्यमिक विद्यालय, बोरिंग रोड में काउंसेलिंग की गयी. इनमें उच्चतर माध्यमिक स्कूलाें में 139 और माध्यमिकस्कूलों में 374 रिक्तियों के लिए काउंसेलिंग हुई. इसमें पूरे बिहार से लगभग तीन हजार से अधिक अभ्यर्थी पहुंचे.इसमें से 2000 से अधिक अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग हुई. काउंसेलिंग में उन्हीं अभ्यर्थियों को बुलाया गया, जो पूर्व में 25 मार्च को आयोजित अंक व प्रमाणपत्र मिलान एवं जांच में उपस्थित हुए थे और उनमें से जांच में सही पाये गये थे. उन्हीं अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट के आधार पर एनआइसी की वेबसाइट पर भी सूची प्रकाशित की गयी थी. चयनित अभ्यर्थियों को 11 व 12 अप्रैल को नियुक्तिपत्र दिया जायेगा.
एक बजे के बाद नहीं हुई इंट्री
काउंसेलिंग में पहुंचे अभ्यर्थियों की इंट्री एक बजे के बाद से बंद कर दी गयी. एक बजे तक सेंटर पहुंचने वाले अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसके बाद उन अभ्यर्थियाें के प्रमाणपत्रों का मिलान किया गया. इसके बाद देर शाम तक अभ्यर्थियों की काउंसेलिंग हुई. इसको लेकर अभ्यर्थियों ने हंगामा भी किया.
अचानक से सेंटर पर पहुंचने वाले वैसे अभ्यर्थियों को काउंसेलिंग से वंचित कर दिया गया, जो वर्ष 2010-11में टीइटी में अपेयरिंग कैंडिडेट के रूप में आवेदन किया था. ऐसे अभ्यर्थियाें को अचानक सेंटर पर मेरिट लिस्ट में होने के बावजूद काउंसेलिंग नहीं की गयी. इससे दूर-दराज से आये अभ्यर्थियों में आक्रोश रहा. सहरसा से आयी गुंजन कुमारी, जो कि गर्भवती है. 24 को डिलवरी डेट भी है. वह बताती हैं कि वह उच्चतर माध्यमिक स्कूल के लिए पोलिटकल साइंस के लिए आवेदन की थी. मेधा सूची के आधार पर उसका तीसरा स्थान है. इसके बावजूद सेंटर पर अब यह कह कर काउंसेलिंग से वंचित किया जा रहा कि अपेरिंग कैंडिडेट के रूप में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियाें का नियोजन नहीं किया जायेगा. यही हाल सहरसा के हरेंद्र कुमार मेहता का भी रहा. अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सेंटर पर पहुंचने के बाद खुद से बनाये नये नियमाें को लागू कर नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली की जा रही है. पैसे लेकर नियुक्ति की जा रही है.
जिला परिषद नियोजन के लिए आपत्ति 12 तक : जिला परिषद नियोजन के लिए कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय, बोरिंग रोड में 12 अप्रैल तक आपत्ति ली जायेगी. इसके बाद आठ मई को नियोजन पत्र निर्गत कर दिया जायेगा. नियोजन से पूर्व काउंसेलिंग में चयनित अभ्यर्थियों को एक शपथपत्र देना होगा. जिसमें उन्हें समान पेतन पर पूर्व से किसी नियोजन इकाई में कार्यरत नहीं होने की जानकारी देनी होगी. अगर शपथपत्र में दी गयी सूचना गलत पायी गयी, तो नियोजन के बाद शिक्षक पर कार्रवाई की जायेगी.
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