Advertisement
खुमारी में डूबा रहा शहर, बाजार रहे बंद
होली. अबीर पुते चेहरों को देख कर लग रहा था होली खत्म नहीं हुई, बेली रोड, फ्रेजर रोड में कम दिखी चहलकदमी केवल लाइट सिगनल के सहारे गाड़ियां आसानी से आ जा रही थीं पटना : मंगलवार को पूरा शहर होली की खुमारी में डूबा रहा. शहर की ज्यादातर बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. […]
होली. अबीर पुते चेहरों को देख कर लग रहा था होली खत्म नहीं हुई, बेली रोड, फ्रेजर रोड में कम दिखी चहलकदमी
केवल लाइट सिगनल के सहारे गाड़ियां आसानी से आ जा रही थीं
पटना : मंगलवार को पूरा शहर होली की खुमारी में डूबा रहा. शहर की ज्यादातर बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. इक्का-दुक्का दुकानें जो खुली थी, उन पर भी ग्राहक नहीं दिखे.
गली-मोहल्लों की सड़कें ही नहीं बल्कि बेली रोड, फ्रेजर रोड और एक्जीबिशन रोड जैसी मुख्य सड़कों पर भी पूरे दिन लोगों की चहलकदमी कम दिखी और वाहनों का आना-जाना कम रहा. देर शाम लोगों के द्वारा एक दूसरे के घर जाने आने से इसमें थोड़ी वृद्धि हुई, हालांकि तब भी यह सामान्य दिनों की अपेक्षा बहुत कम था. कुरता-पायजामा पहने और अबीर से पुते चेहरों को देख कर लग रहा था मानों होली पूरी तरह खत्म नहीं हुई है.
चौराहे दिखे बिना ट्रैफिक पुलिस के : शहर के ज्यादातर ट्रैफिक पोस्ट पर ट्रैफिक पुलिस नहीं थी या एक दो कर्मियों से ही काम चलाया जा रहा था. वाहनों की आवाजाही इतनी कम थी कि एक्जीबिशन रोड चौराहा, हड़ताली मोड़ और हाइकोर्ट चौराहा जैसे व्यस्त स्थलों पर भी बिना किसी ट्रैफिक कर्मी के सहयोग के केवल लाइट सिगनल के सहारे गाड़ियां आसानी से आ जा रही थी.
बेली रोड में राजा बाजार से जगदेव पथ तक और हड़ताली मोड़ से सचिवालय तक सड़क किनारे कतार में लगने वाली फल और सब्जी की दुकानें भी मंगलवार को बहुत कम नजर आयी. जो दुकानें लगी भी थीं, उन पर खरीदार बहुत कम नजर आये.
कई पेट्रोल पंप भी रहे बंद : होली की खुमारी की असर शहर के पेट्रोेल पंपों पर भी दिखा और इनमें से कई बंद रहे. एएन कॉलेज के सामने स्थित पेट्रोल पंप, हाइकोर्ट मोड़ के पास स्थित पेट्रोल पंप आदि इसमें शामिल थे, जहां से गाड़ी मोड़ कर वापस जाते कई ग्राहक देखे गये.
रेलवे स्टेशन पर दिखे कम यात्री : होली की खुमारी का असर पटना जंक्शन पर भी दिखा. स्टेशन परिसर में आते जाते इक्के-दुक्के यात्री दिखे. मुख्य प्रवेशद्वार के पास बने इन्क्वायरी हाल में 15-20 यात्री बैठे दिखे जो अन्य दिनों की अपेक्षा बहुत कम थी. पूछताछ काउंटर पर सामान्यत: लंबी लाइन लगी होती है, केवल वहां भी पांच-छह लोग ही दिखे. प्लेटफॉर्म एक पर बहुत कम यात्री थे. अन्य प्लेटफॉर्म की भी यही स्थिति दिखी. आने जानेवाली ट्रेनें भी खाली खाली दिखीं, जिनसे बहुत कम यात्री चढ़-उतर रहे थे. स्टेशन परिसर में कुली, प्री पेड ऑटो और टैक्सी की संख्या भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम दिखी.
बस स्टैंड में वेंडर भी दिखे कम : मीठापुर अंतरराज्यीय बस स्टैंड में होली की खुमारी का इससे भी अधिक असर दिखा. यहां यात्री ही नहीं वेंडर भी कम दिखे. प्राइवेट बस स्टैंड परिसर की आधी से ज्यादा दुकानें बंद रहीं. बसों के ड्राइवर, कंडक्टर और खलासी के चेहरे पर भी होली की थकान दिख रही थी.
ज्यादातर फेरी वाले स्टैंड परिसर से गायब दिखे. सुबह में निकलने वाली बसों में पांच-दस पैसेंजर से ज्यादा नहीं दिख रहे थे. दोपहर तक जाते जाते इनकी संख्या कुछ बढ़ी. फिर भी ज्यादातर बसे आधी से ज्यादा खाली ही जा रही थी. प्राइवेट बस स्टैंड के बगल में स्थित सरकारी बस स्टैंड में खुमारी का असर और अधिक दिखा. यहां पूरे परिसर में सन्नाटा दिख रहा था और यात्रियों की कम आवाजाही का फायदा उठा कर आवारा पशु इधर उधर घूम रहे थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement