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काउंटर बढ़े, अधिकारी करते रहे पल-पल की मॉनीटरिंग
राशन कार्ड . व्यवस्था में सुधार के लिए किया गया बदलाव, काउंटर दो से हुए पांच, आवेदकों को बैठने के लिए मिली कुरसी अधिकारी निरीक्षण कर बेहतर सुविधाओं का दिला रहे थे भरोसा पटना : दिन के 12 बज रहे थे. समाहरणालय में भीड़ की शोर की जगह व्यवस्थागत खामोशी थी. पुरुष ही नहीं महिला […]
राशन कार्ड . व्यवस्था में सुधार के लिए किया गया बदलाव, काउंटर दो से हुए पांच, आवेदकों को बैठने के लिए मिली कुरसी
अधिकारी निरीक्षण कर बेहतर सुविधाओं का दिला रहे थे भरोसा
पटना : दिन के 12 बज रहे थे. समाहरणालय में भीड़ की शोर की जगह व्यवस्थागत खामोशी थी. पुरुष ही नहीं महिला पुलिस भी बेहद कायदे से आवेदकों को लोक सेवा अधिकार अधिनियम के काउंटर के बगल में बनी कुरसियों पर बिठा रहे थे. सीट फुल हो जाने के बाद जमीन पर बैठाया जा रहा था.
अधिकारी निरीक्षण कर बेहतर सुविधाओं का भरोसा दिला रहे थे और बताया जा रहा था कि सभी के आवेदन को ले लिया जायेगा. यह एक दिन में आयी बड़ी तब्दीली थी. कल भीड़ का आलम यह था कि महिलाएं जान की बाजी लगा रही थीं और आज सब कुछ बदला-बदला सा नजर आ रहा था. भीड़ भी कम होने की वजह से शांत और संयमित थी.
एक दिन पहले दो ही काउंटरों पर राशन कार्ड के लिए आवेदन जमा करने की सुविधा दी गयी थी, लेकिन जब अव्यवस्था हावी हुई, तब गेट तोड़ दिया गया. इसी के कारण एसडीएम माधव कुमार सिंह ने सुबह-सुबह ही यह आदेश दिया कि 10:30 में हर हाल में गेट खोल दिया जायेगा. सभी आवेदक हर हाल में अंदर ही बैठेंगे. कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया और काउंटर की संख्या को दो से बढ़ा कर पांच कर दिया गया. इसी का परिणाम था कि एक बजे तकमहज एक दर्जन आवेदक ही मौके पर मौजूद दिखे.
पटना : राशन कार्ड के लिए आवेदन अब प्रखंड कार्यालयों में भी जमा होंगे. राशन कार्ड बनवाने को लेकर अनुमंडल कार्यालयों पर आवेदकों की लगातार हो रही को देखते हुए खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने यह कदम उठाया है. मंगलवार को प्रभात खबर ने इस संबंध में पहले पन्ने पर तसवीर के माध्यम से आवेदकों को हो रही परेशानी को दिखाया था, जिसके बाद विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए सूबे में राशन कार्ड स्वीकार करने की प्रक्रिया को ही पूरी तरह बदल दिया. खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अपर सचिव भरत कुमार दुबे ने बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन के निदेशक डॉ प्रतिमा को यह आदेश दिया कि प्रखंड स्तर पर ही आवेदन प्राप्त किया जाये.
दिसंबर, 2016 में बदली गयी थी प्रक्रिया : सामान्य प्रशासन विभाग ने दिसंबर, 2016 में राशन कार्ड के लिए आवेदन देने की प्रक्रिया में बदलाव किया था. इसमें तीन नयी सेवाओं को जोड़ा गया था जिसमें नया राशन कार्ड बनाना, राशन कार्ड में संशोधन करना और राशन कार्ड को रद्द करना शामिल था. इसी के तहत आवेदन लिए जो रहे थे. जिसमें काफी भीड़ उमड़ रही थी.
अभी राशन कार्ड बनाने को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति है. कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे हैं कि इस बार जो राशन कार्ड बनेगा, वह ऑरिजिनल होगा. हकीकत यह है कि राशन कार्ड लगातार बनाया जायेगा. जो लोग भी सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण में छूट गये, उनका कार्ड बनाया जाना है. एसडीएम माधव कुमार सिंह ने बताया कि बीपीएल परिवारों के लिए राशन कार्ड बनाया जाता है. इन परिवारों को अब प्रिविलेज्ड हाउस होल्ड के नाम से जाना जाता है. सामाजिक और आर्थिक सर्वेक्षण के तहत चिह्नित ऐसे सभी परिवारों का राशन कार्ड बनना है. हरेक पीएचएच परिवारों को राशन कार्ड दिया जाना है.
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