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कृषि सरकार की प्राथमिकता किसानों को हर संभव मदद
एग्रो बिहार 2017 में बोले कृषि मंत्री पटना : राज्य के कृषि मंत्री राम विचार राय ने बुधवार को गांधी मैदान में चार दिवसीय एग्रो बिहार 2017 की शुरुआत करते हुए कहा कि खेती में कृषि यंत्रों का उपयोग समय की मांग है. इससे किसानों को लाभ भी हो रहा है. कृषि सरकार की प्राथमिकता […]
एग्रो बिहार 2017 में बोले कृषि मंत्री
पटना : राज्य के कृषि मंत्री राम विचार राय ने बुधवार को गांधी मैदान में चार दिवसीय एग्रो बिहार 2017 की शुरुआत करते हुए कहा कि खेती में कृषि यंत्रों का उपयोग समय की मांग है. इससे किसानों को लाभ भी हो रहा है. कृषि सरकार की प्राथमिकता में है. राय ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के कल्याण और कृषि को लाभकारी बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.
एग्रो बिहार पूर्वी भारत का सबसे बड़ा कृषि यंत्रों का मेला है. उन्होंने किसानों से खेेती में उन्नत तकनीक अपनाने की अपील की. कृषि मंत्री ने कहा कि इस तरह के मेले से किसानों को काफी लाभ मिलता है. किसान सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर न सिर्फ बेहतर खेती कर सकेंगे, बल्कि उनकी आर्थिक प्रगति भी होगी. कृषि यंत्रों की वजह से ही किसान अब एक की जगह तीन फसल उगा पाते हैं. कृषि वैज्ञानिकों की सलाह से खेती करनी चाहिए. मंत्री ने कहा कि किसानों को कृषि यंत्रों पर 175 करोड़ का अनुदान देने की व्यवस्था की गयी है. विभाग ने कृषि यंत्र को लेकर एप विकसित किया है. इस पर किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. राज्य में 138 कस्टमर हायरिंग सेंटर खुलेंगे.
जो किसान महंगे कृषि यंत्र नहीं खरीद सकते वे सामान्य शुल्क देकर इन सेंटरों से यंत्र किराये पर ले सकते हैं. इसके पहले उन्होंने मेले में लगे स्टाॅलों का निरीक्षण किया. कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार ने कहा कि राज्य के किसान कृषि यंत्रों का लाभ उठा रहे हैं. राज्य की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी 20 फीसदी है.
कृषि के बिना तरक्की संभव नहीं है. देश में दूसरी हरित क्रांति बिहार से ही होगी. कुमार ने कहा कि उत्पादकता बढ़ाने के लिए खेती में यंत्रों का प्रयोग करना चाहिए.
कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार ने कृषि यंत्र निर्माताओं से अपील की कि वे महिलाओं के लिए भी सुविधाजनक यंत्रों का निर्माण करें. उन्होंने कहा कि 2012-13 से अब तक 1000 किसानों ने कंबाइन हार्वेस्टर लिया है. राज्य में धान की बंपर पैदावार हुई है. 2011-12 में 83 लाख टन धान की उपज हुई थी. चालू वित्तीय वर्ष में अब तक के सारे रिकाॅर्ड को ध्वस्त करते हुए अब तक 85 लाख टन धान की उपज हुई है. यह आंकड़ा 90 लाख टन तक जायेगा. कृषि विभाग के प्रधान सचिव ने कृषि यंत्र निर्माताओं से बिहार में निवेश का अनुरोध करते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी. नाबार्ड के सीजीएम आरके मिश्रा ने कहा कि कृषि के विकास में पूरा सहयोग मिलेगा. बिहार कृषि विवि के कुलपति एके सिंह ने कहा कि तकनीक को अपनाकर किसान उत्पादन बढ़ा सकते हैं.
कृषि विभाग के निदेशक हिमांशु कुमार राय, सीआइआइ के उपाध्यक्ष पीके सिन्हा, कृषि यंत्र उत्पादन निर्माता संघ के अध्यक्ष बलदेव सिंह अमर ने भी अपने विचार रखे, इस मौके पर बामेती के गणेश राम, उद्यान निदेशक अरविंदर सिंह, रवींद्र राय, नीता करमाकर आदि भी मौजूद थीं.
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