पटना : नकल रोकने का प्रयास जारी है. लेकिन नकल करने वाले बाज नहीं आ रहे. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के इंटर की परीक्षा में कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. परीक्षा के दौरान परीक्षार्थी से लेकर वीक्षक और अभिभावक नकल करवाने की कोशिश में लगे रहते हैं. ये पकड़े भी जा रहे हैं, लेकिन नकल का प्रयास फिर भी जारी है. समिति से मिली निष्कासित परीक्षार्थियों की सूची के अनुसार इंटर परीक्षा के पांच दिनों में अब तक 1300 परीक्षार्थियों को अलग-अलग दिन परीक्षा के दौरान निष्कासित किया जा चुका है. इसके अलावा 20 वीक्षक को नकल करवाने और 22 मुन्ना भाई को पकड़ा गया.
निष्कासन में नवादा, तो मुन्ना भाई में गया रहा टॉप पर : इंटर की परीक्षा में निष्कासन तो हर दिन हो रहे हैं. कई ऐसे जिले हैं जहां पर हर दिन दोनों ही पाली में निष्कासन किया जा रहा है. इसमें पहले स्थान पर नवादा जिला है. नवादा जिला में अब तक 151 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया जा चुका है. वहीं परीक्षार्थी के बदले परीक्षा दे रहे सबसे ज्यादा 8 मुन्ना भाई गया जिले से पकड़े गये हैं.
मुन्ना भाई पर जुर्माने के साथ एफआइआर भी : जो भी मुन्ना भाई परीक्षा में पकड़े जा रहे हैं, उन्हें पकड़ने के बाद दो हजार का जुर्माना लिया जा रहा है. जुर्माना के साथ ही इस मामले में मूल परीक्षार्थी के साथ ही उसकी जगह बैठ कर परीक्षा देने वाले फरजी परीक्षार्थी के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज करायी जा रही है. निष्कासित होने वाले परीक्षार्थियों को एक साल के लिए परीक्षा से निष्कासित किये जाने के साथ ही दो हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला जा रहा है.
वीक्षक-केंद्राधीक्षक भी हुए निलंबित : नकल रोकने में बाधक बन रहे वीक्षक और केंद्राधीक्षक को निलंबित किया गया है. अब तक 20 वीक्षकों पर जबकि 02 केंद्राधीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. दोनों केंद्राधीक्षकों में एक दरभंगा के सीएम साइंस कॉलेज व दूसरे नवादा के सेठ सागरमल महिला कॉलेज शामिल है.