पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि बिहार बोर्ड में गड़बड़ी करने वाले लोग चेत जाएं. उन्होंने साफ कहा कि अब बोर्ड में गड़बड़ी करने वाले लोग बख्शे नहीं जायेंगे. नीतीश कुमार ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के परीक्षा और प्रशासनिक भवनों के शिलान्यास के मौके पर बोलते हुए यह वैसे लोगों को चेतावनी दी, जो बोर्ड में विभिन्न प्रकार की गड़बड़ियों को अंजाम देते हैं. नीतीश कुमार ने इस मौके पर बिहार बोर्ड के डिजिटल लॉकर को लांच किया. इस लॉकर के माध्यम से छात्र अपने सर्टिफिकेट के लिए बिहार के बोर्ड साइट पर अपना लॉकर बना सकते हैं.
पेपर लीक कांड पर बोले सीएम
मुख्यमंत्री संवाद कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए नीतीश कुमार ने बीएसएसी पेपर लीक कांड पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि लालची के गांव में ठग कभी भूखे नहीं मरते हैं, चंद लोगों की वजह से यह धंधा हो रहा है. मौके पर कई प्रशासनिक पदाधिकारी और नेता मौजूद थे. उन्होंने सरकारी स्कूलों में सटीक शिक्षा व्यवस्था का वकालत करते हुए शिक्षा विभाग को टास्क दिया है कि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को 75 फीसदी से बढ़ा कर 80 से 85 फीसदी निर्धारित करें. उन्होंने कहा कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिये सरकार ने 2200 करोड़ की योजना बनायी है. हाइ स्कूलों में शिक्षकों की कमी नहीं होगी. तत्काल तकनीक से सहारा लेकर कई स्कूलों में एक साथ पढ़ायी होगी.
सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये प्रतिबद्ध
उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सरकार का प्राथमिकता है. सरकार अपने बजट का 20 फीसदी राशि शिक्षा पर खर्च करती है. सातवें वेतन के बाद यह खर्च 23 से 24 प्रतिशत तक जायेगा. सर्व शिक्षा अभियान में केंद्र से पूरी राशि नहीं मिल रही है. केंद्र बजट में जो वादा करती है या कहती है उसे पूरा नहीं करती है. उन्होंने कहा कि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए कटिबद्ध है. सरकारी योजनाओं का लाभ लाने के लिए अभी 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य है. इसे बढ़ाकर 80 से 85 फीसदी करना होना.
सरकारी स्कूल ही सही हैं-नीतीश
शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में जन चेतना व जन सहयोग जरूरी है. शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करने वाले चंद लोगों को हतोत्साहित करना होगा. इसके लिए आम लोगों को आगे आना होगा. कुछ लोग अपने लालच या फायदे के लिये व्यवस्था को बदनाम करना चाहते हैं.अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि टॉपर्स घोटाले व परीक्षा में चोरी को लेकर बिहार की बदनामी हुई. सरकार ने इस पर कार्रवाई की. समाज को भी गलत मनोवृति पर रोक लगाने के लिये आगे आना होगा. मुख्यमंत्री से चुटकी लेते हुए कहा कि पता नहीं प्राइवेट स्कूलों को पब्लिक स्कूल क्यों कहा जाता है.