कार्यपालक दंडाधिकारी और डीएसपी ने की मामले की जांच
13 नवंबर को भी एक विक्षिप्त बालिका ने पानी समझ कर पी लिया था थीनर
पटना सिटी : आलमगंज थाना के गायघाट स्थित बालिका निशांत गृह में रहने वाली मानसिक विक्षिप्त युवती के साथ दुष्कर्म की चेष्टा में सुरक्षा में कहां चूक हुई है, इसकी जांच के लिए मंगलवार को अधिकारियों का दल निशांत गृह पहुंचा.
गृह में जांच पड़ताल के लिए एसडीओ योगेंद्र सिंह के निर्देश पर कार्यपालक दंडाधिकारी राज लक्ष्मी व डीएसपी हरि मोहन शुक्ला भी पहुंचे, जांच पड़ताल के क्रम में इन लोगों ने कर्मियों व अधीक्षक डेजी कुमारी से पूछताछ कर घटना की जानकारी ली. कार्यपालक दंडाधिकारी ने कई अन्य बिंदुओं पर भी जां की. जांच अधिकारियों का भी मानना है कि सुरक्षा में चूक की वजह से यह घटना घटी है. इसकी गहन से जांच की आवश्यकता जतायी. दूसरी ओर इस मामले में आरोपित श्रमिक को पुलिस स्पीडी ट्रायल से सजा दिलायेगी़ एसएपी मनु महाराज ने बताया कि मामले में जांच पड़ताल चल रही है.
आरोपित को स्पीडी ट्रायल से सजा दिलायी जायेगी. बताते चले कि निशांत गृह की सीढ़ी व आसपास में टाइल्स लगाने का काम चल रहा है. चार श्रमिक गृह में टाइल्स लगाने का काम में लगे है. उसी में एक श्रमिक मोहन कुमार मानसिक विक्षिप्त के साथ आपत्तिजनक अवस्था पकड़ा गया था. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. उसी मामले में जांच पड़ताल को टीम आयी. इतना ही नहीं 13 नवंबर को गृह में रहने वाली एक मानसिक विक्षिप्त बालिका ने थीनर को पानी काबोतल समझ पी लिया था, जिससे उसकी मौत उपचार के दौरान हो गयी थी. गृह के अंदर 111 बालिका रहती है.