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1145 युवा सीखेंगे फुटवियर टेक्नोलॉजी के गुर
एफडीआइ, बिहटा में मिलेगा फुटवियर का प्रशिक्षण, प्रशिक्षित 75% युवकों का होगा नियोजन पटना : जूता-चप्पल निर्माण कार्य से सूबे के युवाओं को उद्योग विभाग जोड़ेगा. उद्योग विभाग इस वर्ष 1145 युवक-युवतियों को फुटवियर टेक्नोलॉजी और फुटवियर कटिंग व क्लॉजिंग में दक्ष बनायेगा. उद्योग विभाग इसके लिए विशेष प्रशिक्षण कोर्स शुरू करने जा रहा है. […]
एफडीआइ, बिहटा में मिलेगा फुटवियर का प्रशिक्षण, प्रशिक्षित 75% युवकों का होगा नियोजन
पटना : जूता-चप्पल निर्माण कार्य से सूबे के युवाओं को उद्योग विभाग जोड़ेगा. उद्योग विभाग इस वर्ष 1145 युवक-युवतियों को फुटवियर टेक्नोलॉजी और फुटवियर कटिंग व क्लॉजिंग में दक्ष बनायेगा. उद्योग विभाग इसके लिए विशेष प्रशिक्षण कोर्स शुरू करने जा रहा है.
बिहार के युवकों को बिहटा के फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट में इसके लिए तीन और छह माह के लिए अलग-अलग कोर्स चलेगा. हर साल 1145 युवाओं के प्रशिक्षण पर विभाग 6.86 करोड़ रुपये खर्च करेगा. बिहार में जूता-चप्पल निर्माण का प्रशिक्षण कोर्स पिछले कई वर्षों से चल रहा था, लेकिन युवा प्रशिक्षण लेने में रुचि नहीं ले रहे थे. इसलिए, उद्योग विभाग ने अब प्रशिक्षण कोर्स का नाम फुटवियर टेक्नोलॉजी और फुटवियर कटिंग व क्लॉजिंग कोर्स कर दिया हैं.
प्रशिक्षण कोर्स का नाम बदलने के बाद फुटवियर टेक्नोलॉजी और फुटवियर कटिंग व क्लॉजिंग का कोर्स करने में युवकों का रुझान तेजी से बढ़ा है. तय कोटा से अधिक युवक-युवतियां इसके लिए अावेदन दे रहे हैं.
फुटवियर डिजायन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, बिहटा की सीटें फुट हो जा रही हैं. इस प्रशिक्षण कोर्स को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग विभाग अनुसूचित जाति और अनुसूचित जाति जन जाति के युवकों को मुफ्त में प्रशिक्षण दिलाने का प्रबंध किया है. सिर्फ सामान्य जाति के प्रशिक्षणार्थियों से ही विभाग 10 प्रतिशत प्रशिक्षण शुल्क ले रहा है. फुटवियर टेक्नोलॉजी का प्रशिक्षण कोर्स छह माह तक, जबकि फुटवियर कटिंग व क्लॉजिंग का कोर्स तीन माह तक चलना है.
छह माह के प्रशिक्षण कोर्स का 70 हजार, जबकि तीन माह के प्रशिक्षण कोर्स का शुल्क 24 हजार रुपये तय किया गया है. उद्योग विभाग अनुसूचित जाति और जन जाति के प्रशिक्षणार्थियों का शत-प्रतिशत शुल्क खुद वहन करेगा, जबकि सामान्य जाति के प्रशिक्षणार्थियों के प्रशिक्षण शुल्क मद में वह अपने फंड से 90 प्रतिशत ही राशि मुहैया करायेगा. यानी 10 प्रतिशत राशि सामान्य जाति के प्रशिक्षणार्थियों को अपनी जेब से देने होंगे. फुटवियर टेक्नोलॉजी
और फुटवियर कटिंग व क्लॉजिंग प्रशिक्षण लेने वाले कम-से-कम 70-75 प्रतिशत युवाओं को उद्योग विभाग नियोजित या स्व नियोजित करायेगा. फुटवियर का रोजगार करने के लिए युवकों को उद्योग विभाग औद्योगिक प्रोत्साहन निवेश नीति के तहत बैंक से ऋण व अनुदान भी दिलायेगा.
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