पटना: 10 दिनों से मौसम सामान्य हो गया था. लोग गरमी की आहट महसूस करने लगे थे. लेकिन, शुक्रवार को अचानक मौसम का मिजाज बदला और सुबह से रिमङिाम बारिश शुरू हो गयी. बारिश के साथ तेज पछुआ हवा भी चल रही थी, जो ठंडक लिये हुई थी. इससे कड़ाके की ठंड महसूस होने लगी. कनकनी भरी ठंड से अधिकतर घरों में ही दुबके रहे.
पश्चिमी विक्षोभ से बदला मौसम : सूबे में मौसम में आये बदलाव की वजह है कि पश्चिमी विक्षोभ है. वह काफी मजबूत स्थिति में है और नीचे भी है. यही कारण है कि राजधानी सहित पूरे सूबे में रुक-रुक कर दिन भर रिमङिाम बारिश होती रही. शाम में बारिश रुक गयी, लेकिन पछुआ हवा नहीं रुकी. 16 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही पछुआ हवा से लोग ठिठुर रहे थे. इसके साथ ही बारिश व पछुआ हवा के कारण दिन व रात का तापमान सामान्य हो गया. शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 15.4 डिसे व न्यूनतम तापमान 14.0 डिसे रेकॉर्ड किया गया. इससे दिन-रात सामान्य रूप से लोगों को ठंड महसूस किया गया. इसके साथ ही राजधानी में 10.3 एमएम बारिश रेकॉर्ड की गयी.
बुधवार तक रहेगी ठंड : मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया कि रविवार तक सूबे में बारिश होने की संभावना है. सोमवार से दिन में धूप निकलेगी, लेकिन न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज होगा. इससे रात को ठंड अधिक महसूस किया जायेगा. यह सिलसिला बुधवार तक जारी रहेगा.
गेहूं व मक्केकी फसल को फायदा : कृषि विभाग के अधिकारी सुजीत नाथ मल्लिक ने बताया कि बारिश से आम और लीची के मंजर में पाउड्री मिल्यु नामक बीमारी होगी. इससे बचाव के लिए कीटनाशक के साथ सल्फर मिलाकर स्प्रे करना चाहिए. गेहूं और मक्के के लिए बारिश वरदान साबित होगी, पर चना और मसूर की फसलों को क्षति पहुंचेगी. इससे बचने के लिए किसानों को लिहोसीन दो एमएल प्रतिलीटर का छिड़काव करना चाहिए. आलू की फसल को नुकसान होगा.