Advertisement
चेहल्लूम में ताजिया और दुर्गापूजा में बैठायी जाती देवी प्रतिमा
पटना सिटी : मजहबीं वानगी का प्रतीक है झाउगंज पोस्ट ऑफिस गेट, कहने को तो यह स्थान रिक्शा पड़ाव है, लेकिन रिक्शा ठेला व ऑटो चालकों की सांप्रदायिक सौहार्द के संदेश ऐसे कि जाति, धर्म व मजहब के नाम पर हो रही राजनीति व ओछी हरकत करनेवालों के लिए एक सबक है. मजहबी एकता की […]
पटना सिटी : मजहबीं वानगी का प्रतीक है झाउगंज पोस्ट ऑफिस गेट, कहने को तो यह स्थान रिक्शा पड़ाव है, लेकिन रिक्शा ठेला व ऑटो चालकों की सांप्रदायिक सौहार्द के संदेश ऐसे कि जाति, धर्म व मजहब के नाम पर हो रही राजनीति व ओछी हरकत करनेवालों के लिए एक सबक है. मजहबी एकता की वानगी ऐसी की चेहल्लूम में जिस स्थान पर ताजिया बैठायी गयी है. उसी स्थान पर दुर्गा पूजा में देवी प्रतिमा स्थापित होती है. कलश स्थापन के साथ नौ दिनों तक वहां दुर्गा सप्तशती के श्लोक, कील, कवच व अगरला की गूंजते है.
बात इतने पर ही नहीं थमती रिक्शा चालक मो शकील रिक्शा चालकों से चंदा कर विश्वकर्मा पूजा में शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित करता है. वहीं दीपावली में उसी स्थान पर काली प्रतिमा स्थापित होती है. ताजिया के खलीफा मो. शहनवाज बताते है कि लगभग 25 वर्षों से वहां पर ताजिया बैठाया जाता है. जिसकी शुरुआत मजिद मियां, फरीद मियां, विनोद व जोगिंदर राय ने की.लगभग यहां पर आठ वर्ष से विश्वकर्मा भगवान और 11 वर्षों से काली प्रतिमा स्थापित हो रहा है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement