शनिवार को आंख विभाग के एचओडी डॉ विभूति प्रसाद सिन्हा व इंचार्ज डॉ नीलेश मोहन की टीम की चार घंटे की कामयाब सर्जरी के बाद दोनों मरीजों की आंखों में रोशनी लौटी है.
दीवाली के एक दिन पहले उनकी आंखों की पट्टी हटी है और वे जगमग दीवाली की पहली रोशनी देख पायेंगे. समस्तीपुर के अवधेश कुमार की दस साल की उम्र से ही आंखें खराब थी़ उसे कैरिटोटोमा नामक बीमारी थी, जिसकी वजह से वह कुछ भी स्पष्ट नहीं देख पाता था. वहीं, पाली की सुमित्रा की आंखें पिछले पंद्रह वर्षों से खराब थीं. घर की ऑर्थिक तंगी के चलते कॉर्नियां ट्रांस्पलांट कराने में वे सक्षम नहीं थे. दोनों आंख से अंधे इन मरीजों का सफल इलाज किया गया.