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गंगा आयी डेंजर लेवल से नीचे

राहत. पटना के दीघा घाट में गंगा खतरे के निशान से 17 व मनेर में सोन एक सेंमी नीचे पटना : एक पखवारे से लगातार उफान पर रही गंगा और सोन बुधवार को पटना और मनेर में शांत हो गयी है. पटना के दीघा घाट में गंगा खतरे के निशान से 17 और मनेर में […]

राहत. पटना के दीघा घाट में गंगा खतरे के निशान से 17 व मनेर में सोन एक सेंमी नीचे
पटना : एक पखवारे से लगातार उफान पर रही गंगा और सोन बुधवार को पटना और मनेर में शांत हो गयी है. पटना के दीघा घाट में गंगा खतरे के निशान से 17 और मनेर में सोन एक सेंटीमीटर नीचे आयी है.
अगले 24 घंटों में दीघा और मनेर में गंगा और सोन के जल स्तर में 46 से 44 सेंटीमीटर की और गिरावाट आयेगी, हालांकि पटना के गांधी घाट, मोकामा, भागलपुर, कहलगांव और मुंगेर में गंगा के जल स्तर में तेजी से गिरावट नहीं आयी है. गंगा के अलावा खगड़िया में बूढ़ी गंडक और कटिहार में कोसी का ऊफान नहीं थम रहा. खगड़िया में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 167, जबकि कटिहार में कोसी 125 सेंटीमीटर बुधवार को भी ऊपर बह रही थी.
केंद्रीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 घंटों में दोनों नदियों के जल स्तर में नौ से 30 सेंटीमीटर की कमी आने के संकेत दिये हैं. बुधवार को सूबे के नौ जिलों में चार से 12 मिली मीटर बारिश हुई. सर्वाधिक बारिश सुपौल में हुई. वहां 12.4 मिलीमीटर बारिश हुई.
बारिश के मामले में खगड़िया दूसरे नंबर पर रहा, वहां 8.2 मिलीमीटर वर्षा हुई. आरा में 5.0, पटना में 4.4, मोतिहारी में 4.6, दरभंगा में 3.4, पूर्णिया में 3.2 और कटिहार में 0.6 मिलीमीटर बारिश हुई. अगले 24 घंटों में उत्तर, पूर्व और मध्य बिहार में हल्की बारिश होने की उम्मीद है.
बाढ़ में मरने वालों की संख्या 175 तक पहुंची
पटना. राज्य में जून से अब तक आये बाढ़ में 175 लोगों की मौत हो चुकी है. सिर्फ 12 जिलों में बाढ़ में 70 लोगों की माैत हो चुकी है. इन जिलों के 655 राहत शिविरों में लगभग चार लाख लोग शरण लिये हुए हैं. राहत और बचाव के लिए 2890 नावों का परिचालन किया जा रहा है. आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के लगभग सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है और पानी के स्तर में तेजी से कमी आ रही है.
पटना : उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि राज्य के 23 जिलों के 65 लाख की आबादी बाढ़ से परेशान हैं. सरकार जो कुछ कर सकती थी, वह कर रही है. इसके अतिरिक्त कई जिले सुखाड़ से ग्रस्त हैं.
आपदा के समय पक्ष हो या विपक्ष सबको मिलकर पीड़ितों की सेवा मे लगना चाहिए. उन्होंने कहा है कि बाढ़ से नुकसान का मूल्यांकन हो रहा है. पीड़ितों की सूची बनाने का निर्देश दिया गया है. कोई भी पीड़ित का नाम सूची में ना छूटे, इसके लिये प्रशासन को हिदायत दी गयी है. सभी बाढ़पीड़ितों को सामान्य रूप से 6000 रुपये प्रति परिवार की दर से उनके बैंक खाता में जमा की जायेगी. जिनके पास बैंक खाता नही हैं, उनका बैंक खाता खुलवाने के लिए कैंप लगाया जायेगा. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार पीड़ितों के संपर्क मे हैं.
बाढ़ राहत शिविरों को और अधिक कारगर बनाने कि दिशा में काम किया जा रहा है. इसके साथ ही तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि राज्य के बाढ़ पीड़ितों को केंद्रीय मदद नहीं मिल रहा है. बुधवार को ट्वीट कर उन्होंने कहा है कि केंद्रीय मंत्री राहत शिविरों का दौरा करने के दौरान खाना जरूर खाते हैं.
पर, पीड़ितों की मदद के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं. उन्हाेंने कहा कि राहत शिविरों में खाने की कोई कमी नहीं है. सरकार हर तरह की सुविधा राहत शिविरों में दे रही है. उपमुख्यमंत्री ने मनेर, दानापुर, दीघा और कुर्जी राहत शिविरों के साथ पटना जिले के अन्य राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों से मुलाकात के बाद कहा कि बाढ़पीड़ितों से राहत शिविर की सुविधा के बारे में जानकारी भी ली है.
सबों ने शिविर में सरकारी व्यवस्था पर एक स्वर से संतोष व्यक्त किया है. तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली जा कर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मुलाकात कर उन्हें आपकी पीड़ा से अवगत करा चुके हैं. आपके लिए सहायता मांगी है. आज तक केंद्र से बाढ़पीड़ितों के कुछ भी नही मिला है.
केंद्रीय मंत्री यहां आते हैं, पर वे कुछ लेकर नही आये. प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को उन्हें आपकी समस्याओं से अवगत कराना चाहिए था. उपमुख्यमंत्री ने शिविर में जन्म लेने वाली बच्ची को 15000 रुपये का चेक दिया. खिलौने के साथ -साथ बच्चों को चॉकलेट भी बांटा. इस अवसर पर उनके साथ विधायक भाई वीरेंद्र, जिला पदाधिकरी संजय अग्रवाल, जिला राजद अध्यक्ष देव मुनी सिंह यादव, सामजिक कार्यकर्ता राज किशोर यादव आदि मौजूद थे.
कोसी पुनर्वास योजना के तर्ज पर होगा प्रयास
आपदा प्रबंधन मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि कटाव पीड़िताें को कोसी पुनर्वास योजना के तर्ज पर पुनर्वास किया जायेगा. इसके लिए सरकार कोई नयी योजना लायेगी. उन्होंने कहा कि पटना जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावितों के लिये सबसे पहले अच्छा प्रबंधन किया. इसके लिए उन्हे साधुवाद देता हूं. मंत्री ने कहा कि बिंदेश्वरी टोला के लोगों का पुनर्वास कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बाढ़ पीड़ितों को मदद के लिए आगे आये. पीड़ितों की मदद में राजनीति न करें.

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