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सबजपुरा न तो गांव है और न ही शहर
फुलवारीशरीफ : पटना नगर निगम के वार्ड संख्या तीन के अंतर्गत आनेवाला सबजपुरा गांव फुलवारीशरीफ-खगौल मुख्य मार्ग पर अवस्थित है. करीब पंद्रह से बीस हजार की आबादीवाला यह सबजपुरा गांव बुनियादी सविधाओं से आजादी के 69 वर्षों के बाद भी कोसों दूर है. यहां के लोगों का कहना है कि सरकार परिसीमन को जांच कर […]
फुलवारीशरीफ : पटना नगर निगम के वार्ड संख्या तीन के अंतर्गत आनेवाला सबजपुरा गांव फुलवारीशरीफ-खगौल मुख्य मार्ग पर अवस्थित है. करीब पंद्रह से बीस हजार की आबादीवाला यह सबजपुरा गांव बुनियादी सविधाओं से आजादी के 69 वर्षों के बाद भी कोसों दूर है. यहां के लोगों का कहना है कि सरकार परिसीमन को जांच कर इस गांव को सही और सुविधायुक्त विधानसभा क्षेत्र और नगरपालिका से जोड़े.
फुलवारीशरीफ थाना और नगर पर्षद कार्यालय से इस गांव की दूरी करीब आधा किलोमीटर है, तो फुलवारीशरीफ प्रखंड मुख्यालय और पोस्ट ऑफिस की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर होगी .वर्षों तक इस गांव के लोगों का थाना दानापुर था .
किसी भी तरह की घटना होने के बाद यहां पहुंचने में दानापुर पुलिस को घंटों लग जाते थे. हाल के कुछ वर्षों में केवल थाना ही फुलवारीशरीफ किया गया, जबकि प्रखंड आज भी दानापुर, पोस्ट खगौल और अनुमंडल पटना सदर है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह बंटवारा बड़ा ही अजीबोगरीब है . बजबजाती गंदी नालियों और गलियों में आधी-अधूरी सोलिंग, तो कहीं आज भी मिट्टी की गलियां ही दिखाई देती हैं. गलियों और रास्ते में कीचड़ और कादो से होकर आने- जानेवालों का दर्द साफ झलकता है.
बिजली तो है, लेकिन पूरे इलाके में बिजली के खंभे नहीं हैं. फुलवारीशरीफ से सटा इलाका होने के बावजूद यहां के लोग उपेक्षित महसूस करते हैं. स्थानीय लोगों की पुरजोर मांग है की इसे फुलवारीशरीफ में ही जोड़ दिया जाये ताकि यहां के लोगों को फुलवारीशरीफ नगर पर्षद और प्रखंड मुख्यालय के नजदीक होने का लाभ प्राप्त हो सकें . निगम के कर्मचारी शायद ही कभी इधर झांकने आते हैं.
आज भी हर घर में शौचालय नहीं
यहां के निवासियों की मानें, तो सरकारी उपेक्षा का शिकार सबजपुरा शुरू से ही रहा है. वर्ष 1982 से दानापुर विधानसभा क्षेत्र में रहे सबजपुरा के आधे इलाके में ही मुख्य सड़क से सड़क का निर्माण उस वक्त के विधायक रहे बुद्धदेव बाबू ने करवाया था.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि पटना नगर निगम के वार्ड संख्या तीन के अंतर्गत आनेवाला यह गांव न तो गांव ही लगता है और न ही शहर का हिस्सा. गांव के आसपास की जमीन बिक्री होने के बाद कई कॉलोनियों से घिर गया है. उत्तर में पटना-नयी दिल्ली रेलखंड, दक्षिण में पटना-खगौल मुख्य मार्ग, पूरब में एफसीआइ और पश्चिम में खगौल लख सोन नहर है.
कहने काे सबजपुरा सिर्फ नगर निगम है, लेकिन इस गांव में आज भी सड़क, जलनिकासी के लिए नाला , शुद्ध पेयजल के लिए पाइप लाइन , स्ट्रीट लाइट आदि की सुविधा नहीं है. यहाँ के हर घर में आज भी शौचालय नहीं है. राशन कार्ड भी आधे लोगों को ही मिल पाया है.
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