उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से विद्युत कंपनी में शांति का माहौल बना है, जिससे सार्थक दिशा में कार्य करने में सफल हो रहे हैं. कर्मचारियों की जायज मांगों को गंभीरता से लिया जा रहा है. यही वजह है कि प्रोमोशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है और नीतिगत मांगों पर विचार किया जा रहा है.
बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन व जेनरेशन कंपनी के एमडी आर लक्ष्मन ने कहा कि वर्ष 2005 में 45 ग्रिड सब स्टेशन हैं, जो बढ़ कर 104 हो गया है और अगले वर्ष 152 ग्रिड सब स्टेशन हो जायेगा. वहीं दस वर्ष पहले एक हजार मेगावाट बिजली सप्लाई किया जा रहा था, जो अब छह हजार मेगावाट बिजली सप्लाई किया जा रहा है. यह सब काम बिना आपके सहयोग से संभव नहीं था. ट्रांसमिशन व जेनरेशन क्षेत्र के विस्तार होने से मानव बल की भी जरूरत है. इसको लेकर सभी संवर्गों की रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी करने के साथ-साथ प्रोन्नति की भी प्रक्रिया पूरी की जायेगी. मेंटेनेंस नीति भी बनाया जा रहा है, जिससे कार्य करने में और आसानी हो जायेगी.
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए यूनियन के महासचिव अमरेंद्र मिश्र ने कहा प्रोन्नति सहित ग्रेड-पे की विसंगतियों को दूर किया जाये, ताकि कर्मचारी उत्साह के साथ कार्य कर सकें. इस मौके पर जीएम राजीव रंजन व ओएसडी केशव प्रसाद के साथ-साथ गनौरी पासवान, शंभूकांत पासवान, मनोज कुमार चंचल, अरुण सिन्हा सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये.