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बिहार : गोपालगंज मौत मामले पर बोले सीएम नीतीश, डरें नहीं, सच बोलें, होगी कठोर कार्रवाई
पटना : गोपालगंज में 18 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत के मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि सरकार इसे गंभीरता से देख रही है और जांच कर रही है. इस मामले में कहीं-न- कहीं जहरीली शराब भी एक कारण हो सकती है. इस पर नजर रखी जा रही है. […]
पटना : गोपालगंज में 18 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत के मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि सरकार इसे गंभीरता से देख रही है और जांच कर रही है. इस मामले में कहीं-न- कहीं जहरीली शराब भी एक कारण हो सकती है. इस पर नजर रखी जा रही है.
मृतकों के परिजन घबराएं नहीं, सच बताएं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. साथ ही मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि जिसने भी जहरीली शराब बनायी है या उसका व्यापार किया है, उस पर कठोर कार्रवाई की जायेगी.नीतीश कुमार ने कहा, यह विचित्र घटना है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है, लेकिन इसमें कुछ नहीं निकला है. सिर्फ पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अंतिम फैसला नहीं किया जा सकता.
मृतकों का बिसरा का सैंपल भेजा गया है. इसकी फोरेंसिक जांच की जा रही है और सभी जांच के बाद ही अंतिम नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा. उन्होंने कहा कि अगर जहरीली शराब से मौत प्रमाणित होती है, तो मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये आर्थिक सहायता के रूप में दिये जायेंगे.
सीएम ने कहा कि मुख्य सचिव, डीजीपी और उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव के स्तर से कार्रवाई की जा रही है. साथ ही मेरे (मुख्यमंत्री) कार्यालय से भी मॉनीटरिंग की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से अंतिम रूप से मौत प्रमाणित नहीं होती है, इसलिए सर्कमस्टांशियल एविडेंस (परिस्थितिजन्य साक्ष्य) भी देखे जा रहे हैं. हो सकता है किसी ने 24-48 घंटे वह शराब पी हो और वॉमिटिंग (उल्टी) कर दी हो, जिससे शराब निकल गयी होगी. जब तक पूरी रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक कुछ कहना मुश्किल है.
किसी भी कीमत पर बंद नहीं होगी शराबबंदी
शराबबंदी के रूप में समाज सुधार का जो काम शुरू किया गया है, उसे किसी कीमत पर बंद नहीं किया जायेगा. इस रास्तेे में आनेवाली सभी बाधाओं का सामना करेंगे. प्रशासन की ओर से पूरी मुस्तैदी बरती जा रही है.
इस तरह की घटना से दुख होता है, लेकिन इससे हम डिगनेवाले नहीं हैं. अगर थोड़े भी कमजोर पड़े, तो शराब व्यवसायी ही दो-चार ऐसी घटनाएं करवा देंगे, ताकि शराबबंदी खत्म हो जाये. लेकिन, ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हर आदमी एक तरह का नहीं होता है. हमलोगों को शराबबंदी के कानून को जन-जागरूकता से लागू करना है. इसमें मीडिया का भी पूरा सहयोग मिलना चाहिए. मीडिया की ओर से लोगों के जो बयान दिखाये जा रहे हैं, उन पर भी अध्ययन करने का निर्देश दिया गया है.
इस घटना से सबक सीखना चाहिए
सीएम ने कहा कि शराबबंदी के लिए लोगों को जागरूक करने में जुड़ी सभी एजेंसियां अपने जन-जागरूकता अभियान को धीमा न करें. हमें पूर्ण सजग रहना है. इस घटना पर मुझे अफसोस है. लोगों को इससे सबक सीखना चाहिए और हमें निरंतर सक्रिय रहना है. शराबबंदी अभियान में आनेवाली सभी बाधाओं का सामना कर उसे दूर करना है.
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