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दिल्ली के एफएसएल में होगी अब खून की जांच
पनास होटल में शराब पीने का मामला पटना के एफएसएल में आरोपितों के खून के नमूने की जांच में इथाइल अल्कोहल नहीं पाये जाने की रिपोर्ट पटना : पनास होटल के कमरा संख्या 308 में शराब पीने के आरोप में पकड़े गये सात आराेपितों के रक्त के नमूनों की जांच में इथाइल अल्कोहल नहीं पाये […]
पनास होटल में शराब पीने का मामला
पटना के एफएसएल में आरोपितों के खून के नमूने की जांच में इथाइल अल्कोहल नहीं पाये जाने की रिपोर्ट
पटना : पनास होटल के कमरा संख्या 308 में शराब पीने के आरोप में पकड़े गये सात आराेपितों के रक्त के नमूनों की जांच में इथाइल अल्कोहल नहीं पाये जाने की पुष्टि के बाद पटना पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. एसएसपी मनु महाराज का मानना है कि कहीं न कहीं कुछ न कुछ गड़बड़ी हुई है. इसके बाद एसएसपी ने इस मामले की जांच कराने के निर्देश दिये और दिल्ली स्थित सेंट्रल फौरेंसिक सायंस लेबोरेटरी को फिर से रक्त के नमूने भेजने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके लिए भी न्यायालय से इजाजत लेनी पड़ती है.
हालांकि, एफएसएल की जो रिपोर्ट आयी है उसने फिलहाल पटना पुलिस पर सवाल खड़े कर दिये हैं. क्योंकि पुलिस ने यह दावा किया था कि उन सभी ने शराब पी थी और शराब की बोतल भी बरामद की गयी थी. लेकिन, एफएसएल की जांच रिपोर्ट में इथाइल अल्कोहल नहीं होने की पुष्टि कुछ दूसरी ही कहानी कह रही है.
जबकि, टाउन डीएसपी कैलाश प्रसाद का कहना है कि 26 अप्रैल को पनास होटल में शराब पीने के क्रम में ही उन सभी को पकड़ा गया था. वे भी आश्चर्यचकित हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है. अब इस मामले में जांच कराये जाने के बाद ही मूल स्थिति की जानकारी हो सकती है.
बीच में कोई खेल तो नहीं हुआ
पुलिस ने 26 अप्रैल को गांधी मैदान के पनास होटल के कमरा संख्या 308 में छापेमारी की थी और सात लोगों को शराब पीने के आरोप में पकड़ा था. उन लोगों के पास से शराब की बोतल भी बरामद की गयी थी. उसी दिन पुलिस उन सभी को पीएमसीएच ले गयी और वहां उनके रक्त के नमूने जांच के लिए गये. पीएमसीएच में ही वह सुरक्षित रख दिया गया.
इसके बाद न्यायालय से आदेश लेने की प्रक्रिया की गयी. इसके बाद न्यायालय के आदेश के सात मई को रक्त के नमूनों को जांच के लिए एफएसएल भेजा गया. इस बीच में ही किसी ने तो खेल नहीं कर दिया. एफएसएल में भी तुरंत जांच कर रिपोर्ट नहीं दी गयी, बल्कि यह रिपोर्ट एफएसएल ने 23 जुलाई को न्यायालय में भेज दी. लेकिन पुलिस के पास रिपोर्ट नहीं भेजी. आमतौर पर रिपोर्ट सबसे पहले पुलिस के पास ही आती है और संबंधित केस के अनुसंधानकर्ता उक्त रिपोर्ट के पैकेट को न्यायाधीश के सामने ही खोलते हैं.
अल्कोहल नहीं मिलने की जानकारी मिलने पर टाउन डीएसपी कैलाश प्रसाद शुक्रवार को खुद एफएसएल गये और वहां से रिपोर्ट लेकर आये. डीएसपी का कहना है कि बार-बार रिपोर्ट एफएसएल से मांगी गयी, लेकिन उन लोगों को नहीं मिली.
इधर एडीजी बोले एफएसएल ने मुख्यालय को नहीं सौंपी है कोई रिपोर्ट
पटना : एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने कहा है कि पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद शहर के पनाश होटल में पकड़े गये सूरत के व्यापारियों से संबंधित एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) ने अपनी रिपोर्ट पुलिस को अभी तक नहीं सौंपी है.
शुक्रवार को सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई रिपोर्ट मुख्यालय के पास आने के बाद ही कोई ठोस कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने स्पष्टतौर पर कहा कि इससे संबंधित कोई भी रिपोर्ट नहीं आयी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस मुख्यालय कुछ भी कहेगा.
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